तर्क संगत, न्याय संगत, कल्याण संगत समाज बनाने का ख्वाब बुनने वाले हमारे संजीव

पिछले साल 28 जून की अल सुबह हर दिल अज़ीज़ साथी संजीव माथुर हमारे बीच से चले गए। उनके जाने…

दाभोलकर की वैचारिक दुनिया: भारतीय समाज को विवेकपूर्ण बनाने का संघर्ष

मैं उम्मीद करता हूं आप डॉ नरेंद्र दाभोलकर को भूले नहीं होंगे। आज से दस साल पहले, तारीख 20 अगस्त…