धीरज रखें। इस पंक्ति को पढ़ते ही अधीर न हों। यह मेरे लेख के सबसे कम
महत्वपूर्ण बातों में से एक है। मगर मंत्री जी प्रभाव को देखते हुए मैंने इसे
हेडलाइन में जगह दी है। मैं अपने इस अपराध के...
हमारे देश का इतिहास रहा है कि समाज में फैली गंदगी को दूर करने तथा भटके
लोगों को सही रास्ता दिखाने के लिए जुनूनी लोग समाजसुधारक, सन्यासी, बाबा और आध्यात्मिक गुरु
बने। चाहे महर्षि दयानंद हों, ज्योतिबा फुले हों,
महावीर स्वामी हों,...