समाजवादी नेता मधु लिमये (1 मई 1922–8 जनवरी 1995) के जन्मशती वर्ष के उपलक्ष्य में पिछले दो सालों से विविध कार्यक्रम हो रहे हैं। जनवरी से दो और प्रमुख समाजवादी नेताओं मधु दंडवते (21 जनवरी 1924–12 नवंबर 2005) और...
एक ऐसे समय जब विकार का बोलबाला है…विकार आस्था, धर्म और राष्ट्रवाद का चोला ओढ़ विचार पर तांडव कर रहा है। संविधान सम्मत न्याय, अधिकार, समता की आवाज़ देशद्रोह है। लोकतंत्र की आत्मा प्रतिरोध देशद्रोह है। जब समाज एक...
महापुरूषों की स्मृति और मूल्यांकन से ही कोई समाज ऊर्जा ग्रहण कर निखर सकता है। गांधी जी के बाद डॉक्टर राममनोहर लोहिया ही सबसे प्रखर विचारक-चिंतक रहे हैं। अपनी धरती-मिट्टी, उसकी सुगंध से जुड़े हुए हैं। छिटपुट लेखन-भाषण, सभा-गोष्ठियों...
31 अक्तूबर अनेक कारणों से महत्वपूर्ण है। इसी तारीख को साल 1984 में इंदिरा जी को उनके ही सुरक्षाकर्मियों ने मार डाला था। आज सरदार पटेल का जन्मदिन भी है, लेकिन आज समाजवादी नेता और विचारक आचार्य नरेंद्र देव...
लंबे समय तक मैं हिंदी दिवस के कार्यक्रमों में जाया करता था। एक हिंदी पत्रकार होने के नाते मुझे इस मौके पर हर साल कभी कोई सरकारी संस्थान बुलाता, कभी किसी महाविद्यालय या विश्वविद्यालय का हिंदी विभाग तो कभी...
देश को ब्रिटिश हुकूमत के पंजों से आज़ाद कराने के लिये सत्याग्रह, अहिंसा और असहयोग पर
आधारित जनांदोलन की शुरुआत करने वाले महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर देश ही
नहीं पूरा विश्व उन्हें याद कर रहा है। अंग्रेजी सत्ता...