Saturday, April 20, 2024

Rupesh Kumar Singh

मोदी की यात्रा से पहले जेल में बंद पत्रकारों की रिहाई के लिए ‘सीपीजे’ का अमेरिकी सरकार पर दबाव  

समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (सीपीजे) ने बुधवार को अमेरिकी सरकार से आह्वान किया है कि वह भारत में मीडिया पर हमले बंद करे और छह बंदी बनाये गये पत्रकारों को रिहा करे। सीपीजे के...

किताब ‘कैदखाने का आईना’: जेल में भ्रष्टाचार ही सिस्टम है

स्वतंत्र पत्रकार और लेखक रूपेश कुमार सिंह 7 जून, 2019 से 5 दिसंबर, 2019 तक बिहार की दो जेलों में छह महीने तक काला कानून ‘यूएपीए’ के तहत कैद थे। 6 दिसंम्बर, 2019 को ये जमानत पर बाहर निकल...

जमानत पर छूटे पत्रकार ने कहा, सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ लिखना सबसे बड़ा जुर्म!

जुझारू, निर्भीक और स्वतंत्र पत्रकार रूपेश कुमार सिंह को पिछली चार जून 2019 को अपहरण के बाद छह जून को गिरफ्तारी दिखाकर छ: महीने तक जेल में रखा गया। रूपेश कुमार सिंह का अपराध बस इतना ही था कि...

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अपरेंटिसशिप गारंटी योजना भारतीय युवाओं के लिए वाकई गेम-चेंजर साबित होने जा रही है

भारत में पिछले चार दशकों से उठाए जा रहे मुद्दों में बेरोजगारी 2024 में प्रमुख समस्या के रूप में सबकी नजरों में है। विपक्षी दल कांग्रेस युवाओं के रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वहीं भाजपा के संकल्प पत्र में ठोस नीतिगत घोषणाएँ नहीं हैं। कांग्रेस हर शिक्षित बेरोजगार युवा को एक वर्ष की अपरेंटिसशिप और 1 लाख रूपये प्रदान करने का प्रस्ताव रख रही है।