saheb
बीच बहस
बाबा साहेब के गहरे वैचारिक पक्षों को सामने लाती है ‘….आंबेडकर एक जीवनी’
डॉ. भीम राव आंबेडकर के व्यक्तित्व और उनके अवदान को लेकर भारत के बौद्धिक वर्ग में आम तौर पर दो तरह का नजरिया देखने को मिलता है। पहला उनकी उपेक्षा करता है और उन पर बात ही नहीं करना...
ज़रूरी ख़बर
65 साल बाद भी जीवंत और प्रासंगिक हैं बाबा साहेब
1956 में आज ही के दिन - 6 दिसंबर को - नहीं रहे थे बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ; मगर कमाल ही है उनका व्यक्तित्व और कृतित्व, जिसके चलते वे आज साढ़े छः दशक बाद भी न सिर्फ...
ज़रूरी ख़बर
महू/इंदौर: बाबा साहेब के जन्मभूमि स्थल पर अवैध कब्जे के खिलाफ लोगों में रोष, मेधा पाटकर ने संभाला मोर्चा
Janchowk -
इंदौर। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जन्म भूमि स्मारक संस्थान में अवैधानिक तरीके से चुनाव कराने और कब्जा करने के खिलाफ जन आक्रोश बढ़ता जा रहा है। समिति पर गैर कानूनी तरीके से कब्जा करने के लिए फर्जी सदस्यों की...
Latest News
आइये, मोदी सरकार संग बेरोज़गारी दूर करें: तीन पोस्ट, तीनों हैरतअंगेज़ भरी!
फेसबुक पर मोदी-नेतृत्व के भाजपा सत्ता प्रतिष्ठान के चरित्र से जुड़ी तीन पोस्टों पर नज़र पड़ी। तीनों ही बेहद...
You must be logged in to post a comment.