देहरादून। बीएसएनएल के श्रमिकों को पिछले तेरह महीनों से वेतन नहीं मिला है। लॉकडाउन के चलते उनकी जिंदगी और मुश्किल हो…
श्रम क़ानूनों के खात्मे और काम के घटों में वृद्धि के ख़िलाफ़ उत्तराखंड में ऐक्टू का प्रदर्शन
हल्द्वानी। श्रम कानूनों को समाप्त करने, 8 घंटा काम को बढ़ाकर 12 घंटा कर मजदूरों को गुलाम बनाए जाने के…
अखबार मरेंगे तो लोकतंत्र बचेगा?
हम गाजियाबाद की पत्रकारों की एक सोसायटी में रहते हैं। वहां कई बड़े संपादकों और पत्रकारों (अपन के अलावा) के…
सूरत की सड़कों पर दिखी पेट की आग, लॉकडाउन तोड़कर मज़दूरों ने किया सैलरी और घर वापसी के लिए प्रदर्शन
नई दिल्ली। सूरत के मज़दूर लॉकडाउन तोड़कर देर रात सड़कों पर उतर आए और उन्होंने जमकर तोड़फोड़ और हंगामा किया।…
सांसदों के वेतन कटौती से नहीं बल्कि निजी क्षेत्र के राष्ट्रीयकरण से पटरी पर आएगी अर्थव्यवस्था
कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन से पूरे देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है! स्थति की गम्भीरता इस…
बीएसएनएल की बोली लगेगी, जिओ की झोली भरेगी!
नई दिल्ली। केंद्र सरकार बीएसएनएल और एमटीएनएल को बेचने जा रही है। नब्बे के दशक में बने बीएसएनएल का नेटवर्क…
नौकरी और सैलरी संबंधी संकट के बावजूद हिंदूध्वज वाहक बने रहना चाहते हैं सरकारी कर्मचारी
2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनते ही विदेशी निवेशकों ने भरोसा दिखाना शुरू कर दिया था। जिसके कारण भारत…
केवल मोदी ही पेश कर सकते हैं नौकरी और सैलरी विहीन अर्थव्यवस्था का चमकता मॉडल
जून में निर्यात का आंकड़ा 41 महीनों में सबसे कम रहा है। आयात भी 9 प्रतिशत कम हो गया है।…