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संस्कृति-समाज

रंग परिवर्तन थियेटर ने किया ‘एक था गधा’ का मंचन

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नई दिल्ली। कल महेश वशिष्ठ के ‘रंग परिवर्तन थियेटर’ (गुरुग्राम) में शरद जोशी का लिखा ‘एक था गधा’ नाटक देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मैं [more…]

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संस्कृति-समाज

शरद जोशी होने का अर्थ

व्यंग्य की चर्चा करते ही दो नाम सबसे पहले जेहन में उभरते हैं एक हरिशंकर परसाई दूसरे शरद जोशी। आधुनिक व्यंग्य के विकास में इन [more…]