भेड़ियों की गश्त के बीच गिद्दों के महाभोज का समारोह!

कल शाम के प्रज्ञा शून्य भाषण और इन दिनों सारे कानूनों, परम्पराओं, संवेदनाओं और मानवता को ठेंगा दिखाकर की जा…