Friday, April 19, 2024

udhav thakre

बेंगलुरु से नयी गाथा लिखने जा रहा है विपक्ष

बेंगलुरु में विपक्षी दलों का जुटान ऐतिहासिक है, तो इसके समांतर एनडीए की प्रतिस्पर्धात्मक बैठक विपक्षी एकजुटता के मारक प्रभाव को प्रदर्शित कर रहा है। विपक्ष का मारक प्रभाव हमेशा सत्ता पक्ष महसूस करता है और इस बार एकता...

क्या 2024 में विपक्षी एकता परवान चढ़ेगी?

सत्ता परिवर्तन की राजधानी पटना में कल (23 जून) कांग्रेस समेत देश की मुख्य सियासी धारा के अहम विपक्षी दल साझा मंच और साझी कनात तले मिले और निर्वाचित तानाशाही के खिलाफ एकताबद्ध रहने का संकल्प लिया। ज़ाहिर है, इस संकल्प की...

लोकतंत्र के भीतर से जन्म ले रही हिंदू राजशाही को विपक्षी संयुक्त मोर्चा के बिना नहीं रोका जा सकता

भारत में आरएसएस पोषित डबल डेकर सरकार ने मुल्क को ऐसे जगह पहुंचा दिया है जहां सभी लोकतांत्रिक-प्रगतिशील-धर्मनिरपेक्ष ताकतों की एकता ऐतिहासिक जरूरत बन गई। आज जो हालात बना दिए गए उसे अगर लोकतंत्र के संदर्भ में देखें तो हम...

शिवसेना के स्थापना दिवस पर शक्ति प्रदर्शन, दोनों पक्षों ने चलाए एक दूसरे पर शब्दों के तीर

महाराष्ट्र । कभी दोस्त, तो कभी दुश्मन। 19 जून को शिवसेना के स्थापना दिवस पर जुबानी जंग देखने के लिये मिला। शिवसेना के 57वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनके विद्रोह...

शिवसेना विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा- पार्टी में असंतोष नहीं हो सकता है सदन में बहुमत साबित करने का आधार

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को टिप्पणी की कि सत्तारूढ़ दल में विधायकों के बीच केवल मतभेद के आधार पर बहुमत साबित करने को कहने से एक निर्वाचित सरकार पदच्युत हो सकती है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस एम आर...

शिवसेना में विभाजन और पार्टी पर बागी समूह के नियंत्रण के दावे के बीच अंतर बहुत झीना है: सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने मौखिक रूप से कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले खेमे द्वारा कथित रूप से शिवसेना में विभाजन और एकनाथ शिंदे और उनके अनुयायियों द्वारा बचाव के रूप में इस्तेमाल किए गए 'विद्रोही गुट' के बगावत...

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AICCTU ने ऐप कर्मियों की मांगों को लेकर चलाया हस्ताक्षर अभियान, श्रमायुक्त को दिया ज्ञापन।

दिल्ली के लाखों ऐप कर्मचारी विषम परिस्थितियों और मनमानी छटनी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कम प्रति ऑर्डर रेट, अपर्याप्त इंसेंटिव्स, और लंबे कार्य समय के खिलाफ दिल्ली भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया। ऐप कर्मचारी एकता यूनियन ने बेहतर शर्तों और सुरक्षा की मांग करते हुए श्रमायुक्त कार्यालय में ज्ञापन दिया।