unscientific thinking
बीच बहस
नयी शिक्षा नीतिः पिछड़े चिंतन के नेता कैसे तैयार करेंगे नई सोच के नौजवान!
शिक्षा एक धारदार चाक़ू की तरह है। अगर आपको सही शिक्षक जीवन में सही समय पर मिल जाए तो जीवन काफ़ी आसान हो जाता है, लेकिन अगर ग़लत जानकारी देने वाला शिक्षक आपको मिल जाए तो आपका बना बनाया...
Latest News
ग्राउंड रिपोर्ट: रीति रिवाजों के नाम पर लैंगिक भेदभाव से मुक्त नहीं हुआ समाज
हमारे समाज में अक्सर ऐसे कई रीति रिवाज देखने को मिलते हैं जिससे लैंगिक भेदभाव स्पष्ट रूप से नज़र आता...
You must be logged in to post a comment.