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संस्कृति-समाज

हम हिन्दुस्तानी : जितना भी तुम समझोगे, होगी उतनी हैरानी!

हिन्दी के मशहूर कवि सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की एक बहुचर्चित और विचारोत्तेजक कविता है-‘देश कागज पर बना नक्शा नहीं होता’। जिन बेहद गम्भीर आशयों के [more…]