विषकाल के आठ साल
आज़ादी के मंथन से संविधान नाम का अमृत निकला था। जिसे विकारी संघ की सरकार विष में बदल रही है। विगत आठ साल से मोदी [more…]
आज़ादी के मंथन से संविधान नाम का अमृत निकला था। जिसे विकारी संघ की सरकार विष में बदल रही है। विगत आठ साल से मोदी [more…]
पिछली 3 सितंबर, 2021 को 30 वर्षों बाद झारखंड के गुमला जिले के फोरी गांव निवासी 60 वर्षीय फुचा महली (आदिवासी) को अंडमान निकोबार से [more…]
दुनिया के कई आर्थिक पंडित दो साल पहले ही वैश्विक आर्थिक मंदी के बारे में घोषणा कर चुके हैं कि आने वाले डेढ़ से दो [more…]