नई दिल्ली। राजस्थान के प्रतापगढ़ में गुरुवार को एक 21 वर्षीय आदिवासी महिला को उसके पति द्वारा गांव में निर्वस्त्र कर घुमाने की दर्दनाक खबर सामने आई। ये मामला लोगों के सामने तब आया जब इस घटना का वीडियो ऑनलाइन वायरल हो गया। वीडियो में महिला रोत हुए नजर आ रही है। महिला को उसके पति और परिवार के लोगों द्वारा ही निर्वस्त्र किया गया और उसके साथ मारपीट की गई।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन को प्रतापगढ़ भेजा है। पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने कहा कि महिला का किसी और मर्द के साथ रिश्ता पता चलने के बाद पति और ससुराल वाले उससे नाराज थे। ससुराल वालों ने महिला का अपहरण कर लिया और उसे अपने गांव ले गए जहां इस घटना को अंजाम दिया गया।
डीजीपी मिश्रा ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छह टीमें गठित की गई हैं और प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार गांव में ही रुके हुए हैं।
सीएम अशोक गहलोत ने इस मामले को लेकर एक्स पर कहा कि “प्रतापगढ़ जिले में पीहर और ससुराल पक्ष के आपसी पारिवारिक विवाद में ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा एक महिला को निर्वस्त्र करने का एक वीडियो सामने आया है। सभ्य समाज में इस तरह के अपराधियों की कोई जगह नहीं है। इस मामले का फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर सजा दिलवाई जाएगी और अपराधी जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया है कि ‘एक गर्भवती महिला को लोगों के सामने निर्वस्त्र करने का वीडियो सोशल मीडिया पर घूम रहा था, लेकिन प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं थी’। उन्होंने लोगों से वीडियो साझा नहीं करने की अपील करते हुए कहा कि ‘इस घटना ने राजस्थान को शर्मसार कर दिया है’।
इससे पहले जून में राजस्थान के बीकानेर से यह खबर आई थी कि एक 20 वर्षीय दलित महिला का रेप करने के बाद उसे जान से मार दिया गया। जिसमें दो पुलिस वाले भी आरोपी थे। हालांकि बाद में उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। अगस्त में राजस्थान के भीलवाड़ा से खबर आई थी, जिसमें एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी जाती है।
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