वाराणसी। ‘न्याय के दीप जलाएं -100 दिनी सत्याग्रह’ आज यानि शुक्रवार को अपने 17 वें दिन में प्रवेश कर गया। झारखंड के देवघर जिला सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष परशुराम प्रसाद आज उपवास पर बैठे हैं। इनके जीवन का बाल्यकाल ग्रामीण परिवेश में व्यतीत हुआ।
स्नातक और एलएलबी की डिग्री प्राप्त करने के बाद वे सामाजिक कार्य के प्रति उन्मुख हुए। नेहरू युवा केंद्र की प्रेरणा से उन्होंने मानव कल्याण समिति नामक एक संस्था का निर्माण किया और दलितों, मजदूरों महिलाओं और वंचितों के बीच शिक्षा व स्वास्थ्य के कार्यक्रम चलाए।
इसी क्रम में उनका जुड़ाव हजारीबाग स्थित नवभारत जागृति केंद्र के गिरजा सतीश के साथ हुआ और वे लोक समिति में सक्रिय हो गए। गांधी, विनोबा और जयप्रकाश के विचारों से प्रेरित होने के कारण बाद के दिनों में सर्व सेवा संघ से भी सहज रूप से इनका संबंध बन गया।
समाज को संघर्ष एवं रचना की दोहरी प्रक्रिया द्वारा बदलने का विश्वास इनकी सक्रियता का आधार है।

उपवास पर बैठे परशुराम प्रसाद इस बात से अत्यंत दुखी हैं कि सरकार ने मनमाने तरीके से सर्व सेवा संघ परिसर को कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास सभी कागजात उपलब्ध हैं।
सबसे ओछी बात यह है कि प्रशासन ने हमारे पुरखों पर कीचड़ उछाले हैं। हम सत्याग्रह के द्वारा प्रशासन की दुष्प्रवृत्ति और अन्याय का प्रतिकार कर रहे हैं। हम अपने लक्ष्य को हासिल करने तक इसे जारी रखेंगे।
सत्याग्रह प्रभारी डॉक्टर विश्वजीत ने कहा कि अब तक सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल, मंत्री अरविंद कुशवाह, आंदोलन समिति के संयोजक विश्वजीत के अलावा उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष राम धीरज, उत्कल सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष मिहिर प्रताप दास, पश्चिम बंगाल सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष विश्वजीत घोड़ोई तथा झारखंड सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष शंकर राणा उपवास पर बैठ चुके हैं।
साथ ही लोक समिति नागेपुर के नंदलाल मास्टर, लोक समिति बिहार के महामंत्री शिवजी सिंह तथा किसान मजदूर परिषद के चौधरी राजेंद्र भी उपवास पर बैठे हैं।
कार्यक्रम प्रभारी अरविंद कुशवाह ने कहा कि सत्याग्रह का पूरा इंतजाम जन सहयोग के द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि सत्याग्रह को सफल बनाने के लिए न केवल इसमें प्रत्यक्ष रूप से शामिल हों बल्कि आर्थिक सहयोग भी करें। यह सहयोग अनाज, सब्जी इत्यादि के द्वारा भी हो सकता है।
शाम 6:00 बजे सर्व धर्म प्रार्थना और दीप प्रज्वलन के साथ आज का सत्याग्रह संपन्न हुआ। उपवासकर्ता परशुराम प्रसाद के अलावा विद्याधर, नंदलाल मास्टर, जागृति राही, संजय सिंह, रवि राजभर, उर्मिला, डा विश्वजीत, शंकर राणा आदि आज के सत्याग्रह में शामिल रहे।
दिहाड़ी मजदूर और बुनकरों ने किया सत्याग्रह का समर्थन
मिर्जामुराद। रेलवे विभाग द्वारा सर्व सेवा संघ राजघाट परिसर को जबरदस्ती कब्जा करने के विरोध में चल रहे न्याय के दीप जलाएं। सत्याग्रह के समर्थन में बनारस के बुनकर और दिहाड़ी मजदूरों ने भी एकजुटता दिखाई है।
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम नागेपुर स्थित लोक समिति आश्रम में दिहाड़ी मजदूर यूनियन और बुनकर साझा मंच की संयुक्त बैठक में सत्याग्रह का समर्थन किया। बुनकरों ने आरोप लगाया कि सरकार गांधी आश्रम की जमीन को जबरदस्ती हड़पना चाहती है।
जब तक सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेती, हम इस धरोहर को बचाने के लिए इसी तरह विरोध करते रहेंगे।

लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि दुनिया को गांधी जी ने शांति व मानवता का रास्ता दिखाया हैं। इस विचार के खिलाफ जो कार्रवाई हुई वह बहुत ही निंदनीय है।
दिहाड़ी मजदूर यूनियन के संयोजक रामबचन ने कहा कि अन्यायपूर्ण तरीके से वाराणसी में सर्व सेवा संघ के परिसर को सरकार द्वारा जबरदस्ती कब्जा कर लिया गया है और यहां के हेरिटेज बिल्डिंग को गिराया गया है। सरकार तत्काल सर्व सेवा संघ की जमीन उन्हे वापस करें।
बैठक में मुख्य रूप से रमेश, राजेश, विनोद, विजय, दिलीप, लालमन, लल्लन, छोटू, कुमार, राहुल, भारत, संतोष, विजय, रवि, गुलाब, सुलाब, पारस, सुनील आदि लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन दिहाड़ी मजदूर यूनियन के संयोजक रामबचन, अध्यक्षता दिलीप, धन्यवाद रमेश पटेल ने किया।
(प्रेस विज्ञप्ति)
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