नई दिल्ली। यूपी के बलिया में एक 42 वर्षीय टीवी जर्नलिस्ट की गोली मार कर हत्या कर दी गयी है। घटना फेफना इलाके के खेतना गांव की है।
पुलिस कहना है कि पीड़ित रतन सिंह की गोली मारे जाने से पहले पिटाई की गयी थी। घटना गांव के प्रधान के घर पर हुई। बताया जा रहा है कि घटनास्थल मृत पत्रकार के घर से 700 मीटर दूर है।
मामले में रतन के दूर के तीन रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि तीनों रतन के दूर के रिश्ते में हैं।
फेफना के सीओ चंद्रकेश सिंह का कहना है कि “हम इस बात की तलाश करने की कोशिश कर रहे हैं कि पीड़ित प्रधान के घर पर क्यों गया था। ऐसी आशंका है कि गोली मारे जाने से पहले पीड़ित की पिटाई की गयी थी। गांव की प्रधान सीमा सिंह के पति झाबर सिंह मौजूदा समय में फरार हैं।” दिलचस्प बात यह है कि पत्रकार के परिवार की तरफ से अभी कोई शिकायत नहीं दर्ज करायी गयी है।
सीओ ने कहा कि हमें अभी आरोपी और रतन सिंह के बीच विवाद की प्रकृति नहीं पता चल पायी है।
सीओ सिंह के मुताबिक स्थानीय पुलिस को पहले यह बताया गया कि खेतना गांव में एक शख्स की गोली मार कर हत्या कर दी गयी है। और उसका शव प्रधान के घर पर पड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि “एक पुलिस टीम मौके के लिए रवाना हो गयी और पहुंचकर उसने सबसे पहले शव को अपने कब्जे में लिया। प्राथमिक जांच में हमें पता चला कि पत्रकार ने किसी काम के लिहाज से कल शाम को ही अपना घर छोड़ दिया था।”
सीओ सिंह ने कहा कि पुलिस रतन सिंह के रिश्तेदार दिनेश सिंह की भूमिका की जांच कर रही है। रतन एक न्यूज़ चैनल के साथ काम करते थे।
बलिया पुलिस ने ट्वीट कर कहा है कि “रतन सिंह का अपने रिश्तेदारों के साथ एक पुराना विवाद था। तीन लोगों को तत्काल हिरासत में ले लिया गया है। घटना का पत्रकारिता के साथ कोई संबंध नहीं है।”
एडीजी लॉ एंड आर्डर ने भी कमोबेश यही बात कही है। उन्होंने कहा कि “आज (कल) शाम को उनके बीच एक झगड़ा हुआ और इसी हाथापाई में गोली लगने से उनकी मौत हो गयी।”
इस बीच पत्रकारों और नागरिक समूहों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बेहद कड़ा बयाना जारी किया है। उन्होंने हा है कि
“19 जून – श्री शुभममणि त्रिपाठी की हत्या
20 जुलाई – श्री विक्रम जोशी की हत्या
24 अगस्त- श्री रतन सिंह की हत्या, बलिया
पिछले 3 महीनों में 3 पत्रकारों की हत्या।
11 पत्रकारों पर खबर लिखने के चलते FIR।
यूपी सरकार का पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतन्त्रता को लेकर ये रवैया निंदनीय है”।
इस बीच, बलिया जा रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को यूपी पुलिस ने रास्ते में रोक लिया है। वह पत्रकार के परिजनों से मिलने जा रहे थे। लेकिन रायबरेली में ही उनके गाड़ी के काफिले को पुलिस ने रोक लिया। उसके बाद अजय कुमार लल्लू ने पैदल चलने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया।