नई दिल्ली। भाकपा-माले (लिबरेशन) ने 16 फरवरी को हो रही औद्योगिक/सेक्टेरियल हड़ताल और ग्रामीण भारत बंद का सक्रिय समर्थन करने की घोषणा की है। संयुक्त किसान मोर्चा और केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों ने बंद का आह्वान किया है।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने भारत के किसानों-मजदूरों की इस संयुक्त पहल को एतिहासिक बताते हुए इसे भारत की राजनीति में किसानों-मजदूरों के एक सशक्त हस्तक्षेप की संज्ञा दी।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश में निर्लज्ज कॉरपोरेट लूट की नीतियां चलाते हुए साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति को बढ़ा रही है। जनता के हर तबके के अधिकारों, लोकतंत्र और संविधान पर फासीवादी हमले बढे हैं। ऐसे दौर में 16 फरवरी का देशव्यापी आन्दोलन देश को बुनियादी मुद्दों की तरफ लौटाने और लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगा।
दीपंकर ने कहा कि भाकपा माले से जुड़े सभी जन संगठन 16 फरवरी के आह्वान को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत से जुटेंगे। हमारे किसान संगठन, ट्रेड यूनियन, खेत और ग्रामीण मजदूर संगठन, छात्र, युवा, महिला, सांस्कृतिक संगठन 16 फरवरी के आह्वान को सफल बनाने के लिए देश के हर राज्य में अभियान चला रहे हैं।
(प्रेस रिलीज पर आधारित।)