नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गिग वर्कर के साथ स्कूटर पर यात्रा करने के बाद अब ट्रक की सवारी की है। उन्होंने यह यात्रा हरियाणा के मुरथल से अंबाला तक की। इस दौरान उन्होंने ट्रक चालकों और उनके सामने आने वाली समस्याओं को जानने की कोशिश की।
भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी को पार्टी अब जन नेता के तौर पर पेश करना चाह रही है। ऐसा न केवल कर्नाटक चुनाव के दौरान दिखा जब पार्टी ने अपने तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के जरिये उन्हें पीपुल्स लीडर यानी जन नेता के तौर पर संबोधित किया। बल्कि उसके बाद जिस तरह से वो लगातार जनता के अलग-अलग हिस्सों और उसके लोगों से मिल रहे हैं उससे भी इस बात को बल मिलता है।
जैसा कि ऊपर बताया भी गया है कि राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनावों के दौरान बंगलुरू में एक ब्लिंकिट डिलिवरी एजेंट के साथ उसकी स्कूटर पर बैठकर यात्रा की थी। और बाद में गिग वर्कर के साथ उनकी समस्याओं को जानने के लिए बैठक की थी।
पार्टी ने अब इसी लाइन पर पेश भी करना शुरू कर दिया है। उसने आज अपने एक ट्वीट में कहा है कि “जननायक @RahulGandhi जी ट्रक ड्राइवर्स की समस्या जानने उनके बीच पहुंचे।राहुल जी ने उनके साथ दिल्ली से चंडीगढ़ तक का सफर किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत की सड़कों पर करीब 90 लाख ट्रक ड्राइवर्स हैं। इनकी अपनी समस्याएं हैं। इनके ‘मन की बात’ सुनने का काम राहुल जी ने किया”।
उसी दौरान उन्होंने बंगलुरू ट्रांसपोर्ट की एक बस में सवार होकर उसमें चलने वाले यात्रियों के साथ बातचीत की थी। उन्होंने कुछ महिला यात्रियों से कर्नाटक को लेकर उनके सपनों पर भी बात की थी। कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में महिलाओं के लिए बसों में मुफ्त यात्रा का वादा किया था। और अब नतीजों के बाद सरकार के गठन के साथ पहली कैबिनेट बैठक में सैद्धांतिक तौर पर इस पर मुहर भी लग गयी है।
इसके पहले इसी महीने की शुरुआत में राहुल गांधी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों के एक छात्रावास का दौरा किया और इस दौरान उन्होंने छात्रों से बात की और उनके साथ लंच किया। बाद में विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें एक नोटिस भी भेज दिया जिसमें उसने बगैर किसी पूर्व सूचना और इजाजत के उनके परिसर में जाने पर स्पष्टीकरण मांगा था। इसके साथ ही प्रशासन ने छात्रावासियों, स्टाफ और प्रशासनिक अधिकारियों की सुरक्षा के लिहाज से उन्हें भविष्य में इस तरह की किसी पहल से बचने की सलाह दी थी।
और उससे भी पहले उन्होंने यूपीएससी और स्टाफ सेलेक्शन कमीशन की तैयारी करने वाले परीक्षार्थियों के साथ उन्होंने मुखर्जी नगर में बैठक की थी। वह लगातार युवाओं और महिलाओं के बीच सक्रिय हैं।