पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का ऐलान, 7 से 30 नवंबर तक मतदान, 3 दिसंबर को होगी मतगणना

नई दिल्ली। चुनाव आयोग (ECI) ने आज (सोमवार) को पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रमों की घोषणा की है। चुनाव आयोग के मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में तीनों चुनाव आयुक्तों ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि सिर्फ छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव होंगे। बाकि सभी राज्यों में एक ही चरण में चुनाव होगा। और सभी राज्यों में 3 दिसंबर को मतगणना होगी।

चुनाव आयोग की घोषणा के मुताबिक छत्तीसगढ़ में चुनाव दो चरणों में होंगे, पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा और दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होगा। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 17 नवंबर को होगा। मिजोरम में मतदान होगा 7 नवंबर को होगा, जबकि राजस्थान में 23 नवंबर और तेलंगाना में 30 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि सभी पांच राज्यों में वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। ये 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विधानसभा चुनाव का आखिरी सेट था।

दोपहर 12 बजे शुरू हुई प्रेस कान्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के साथ चुनाव आयुक्त अनुप चंद्र पाण्डेय और अरुण गोयल भी मौजूद थे।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव संबंधी शिकायतों के समाधान में cVIGIL ऐप की भूमिका पर प्रकाश डाला और इस बात पर जोर दिया कि ऐप के माध्यम से दर्ज की गई शिकायतों पर तुरंत ध्यान दिया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।

मध्य प्रदेश 230 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए, राजस्थान 200 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए, तेलंगाना 119 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए, छत्तीसगढ़ 90 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए और मिजोरम 40 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए विधायकों का चुनाव होगा।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग ने मतदाता सूची को समावेशी बनाने पर विशेष जोर दिया है और ध्यान रोल-टू-पोल रूपांतरण पर होगा। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं, हाशिए पर रहने वाले वर्गों, ट्रांसजेंडरों और वरिष्ठ नागरिकों का उल्लेख किया।

छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा से पहले, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आज कहा कि लगभग देश की छठवां आबादी इन चुनावों में भाग लेगी। चुनाव आयोग के अनुसार, मिजोरम, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना के चुनावों में 8.2 करोड़ पुरुष मतदाता, 7.8 करोड़ महिला मतदाता और 60.2 लाख पहली बार मतदाता शामिल होंगे।

राजीव कुमार ने कहा कि इन पांच राज्यों में 1.77 लाख मतदान केंद्र होंगे। इनमें से 1.01 लाख स्टेशनों पर वेबकास्टिंग की सुविधा होगी। 8,000 से अधिक मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिलाएं करेंगी। उन्होंने कहा, “मिजोरम, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में विधानसभा चुनावों की तैयारी के दौरान हमने राजनीतिक दलों और प्रवर्तन एजेंसियों सहित सभी हितधारकों से मुलाकात की है।”

इस बीच, कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों ने आज एक बैठक बुलाई, जहां आगामी चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा की गई। इन राज्यों में अपने प्राथमिक प्रतिद्वंद्वियों के विपरीत, कांग्रेस ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। मध्य प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में, जहां वह सत्ता में नहीं है, पार्टी ने जनता से कई वादे किए हैं। जिसमें बिजली से लेकर सार्वजनिक परिवहन तक मुफ्त सुविधाएं शामिल हैं।

राजस्थान में, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिहार के नक्शेकदम पर चलते हुए एक जाति सर्वेक्षण की घोषणा की है, जिसने पिछले सप्ताह राज्य का जाति डेटा जारी किया था। प्रियंका गांधी ने कांग्रेस के दोबारा सत्ता में आने पर छत्तीसगढ़ में जाति सर्वेक्षण कराने की भी घोषणा की है।

मध्य प्रदेश की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की यह घोषणा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी, ने अटकलें तेज कर दी है कि क्या उनकी शिवपुरी सीट उनके भतीजे और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए सीट खाली जा रही है। शिवपुरी में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समय बीत चुका है और नई पीढ़ी को आगे आना चाहिए। यह कदम उस पत्र के बाद उठाया गया है जो उन्होंने अगस्त में भाजपा के शीर्ष नेताओं को इस साल के अंत में होने वाले चुनाव नहीं लड़ने के अपने फैसले के बारे में लिखा था।

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