नई दिल्ली। महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के तेवर में कमी नहीं आ रही है। वह आंदोलनरत महिला पहलवानों पर टिप्पणी कर रहे हैं। सिंह की राजनीतिक गतिविधियों में भी तेज हो गई हैं। वह अपने क्षेत्र में लोगों से मिल रहे हैं। वे नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में भी शरीक थे। वह अपने को हर जांच में पाक-साफ साबित होने की बात भी कह रहे हैं।
आरोपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह खाप पंचायतों के चौधरी से लेकर धरने में शामिल होने वाले हर शख्स पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन रविवार को उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र यूपी के कैसरगंज में आयोजित रैली में घोषणा की कि 2024 लोकसभा का चुनाव वह कैसरगंज निर्वाचन क्षेत्र से ही लड़ेंगे। यह बात उन्होंने तब कहा जब संवाददाताओं ने पूछा कि वह 2024 का चुनाव कहां से लड़ेंगे? उन्होंने कहा, “कैसरगंज लोकसभा से चुनाव लड़ूंगा, लड़ूंगा, लड़ूंगा। दिल्ली पुलिस द्वारा उनके खिलाफ मामले में चार्जशीट दायर करने के संभावित दिन से चार दिन पहले उनकी टिप्पणी आई है।
कोई भी नेता कहां से चुनाव लड़ेगा, यह पार्टी तय करती है। पार्टी यह भी तय करती है कि कोई जीता हुआ प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा या नहीं। लेकिन बृजभूषण सिंह को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने रैली में घोषित कर दिया कि वह आगामी लोकसभा चुनाव इसी संसदीय क्षेत्र से लड़ेंगे। इस तरह वह सीधे-सीधे पार्टी को भी चुनौती दे रहे हैं कि यदि पार्टी आलाकमान उन्हें टिकट देने से मना करता है, तो वह चुनाव में निर्दलीय उतर सकते हैं।
रविवार की रैली मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में शुरू किए गए भाजपा के आउटरीच कार्यक्रम का हिस्सा थी। उत्तर प्रदेश के सभी 80 लोकसभा क्षेत्रों में इसी तरह की रैलियां आयोजित की जा रही हैं। इससे पहले बृजभूषण 5 जून को अयोध्या में एक जन चेतना महा रैली आयोजित करने वाले थे, लेकिन बाद में उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की पुलिस जांच का हवाला देते हुए इसे स्थगित करने की घोषणा कर दी गई।
पहलवानों द्वारा उनके खिलाफ अपना विरोध शुरू करने के बाद से अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए, सिंह ने सीधे तौर पर विरोध या उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों का जिक्र नहीं किया। उन्होंने गोंडा जिले के कटरा इलाके में अपने भाषण की शुरुआत एक शायरी के माध्यम से की।
बृजभूषण ने रविवार को अपने भाषण के दौरान ज्यादातर कांग्रेस को निशाना बनाया और केंद्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार की सराहना की। कैसरगंज में सिंह की रैली उनके द्वारा संचालित एक कॉलेज में आयोजित की गई थी। अपने भाषण में उन्होंने केंद्र की पिछली कांग्रेस नीत सरकारों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व वाली सरकार के तहत भारत ने पाकिस्तान और चीन के हाथों हजारों वर्ग किलोमीटर जमीन का कब्जा खो दिया था।
(जनचौक की रिपोर्ट।)