Saturday, April 20, 2024

लखनऊ: गेंद समझकर उठाए गए हथगोला बम के फटने से बच्चा जख़्मी

स्वच्छ भारत अभियान एक समय बहुत जोर-शोर से उठाया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री की अपील पर अनिल अंबानी से लेकर प्रियंका गांधी तक ने झाड़ू के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। ख़ैर तो वो तो सोशल मीडिया और मीडिया की चोंचलेबाजी थी। हक़ीक़त ये है कि देश के सबसे बड़े सूबे की राजधानी लखनऊ में नगर निगम ने कई दिन के कूड़े का निपटारा नहीं किया और कूड़े के ढेर में  पड़े हथगोला बम को गेंद समझकर जैसे ही एक बच्चे ने खेलने के लिए उठाया हथगोला बम हाथ में ही फट गया। गंभीर हालत में बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया है।

मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के थाना हसनगंज अन्तर्गत मक्का गंज का है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम ने लंबे समय से नहीं हटाया था कूड़ा।

घटना का एक सीसीटीवी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें एक 12 साल का बच्चा हथगोला बम को गेंद समझकर जैसे ही खेलने की कोशिश करता है हथगोला बम फट जाता है। जिससे मासूम गंभीर रूप से ज़ख्मी हो गया। इलाज के लिए ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां उसकी हालत ख़तरे से बाहर बताया जा रहा है।

बच्चे का नाम सचिन है और उसकी उम्र 12 वर्ष है। बच्चे के पिता ने अस्पताल से मीडिया को जानकारी दी है कि बच्चे के पैर गले और हाथ पर गंभीर जख्म आये हैं। पिता का कहना है कि बच्चा सुबह कोचिंग गया था। कोचिंग से लौटते वक़्त उसकी नज़र कूड़े के ढेर पर एक गोलनुमा चीज पर पड़ी तो उसने उसे गेंद समझकर उठा लिया और फिर उस चीज को जैसे ही मैदान पर उछाला वो फट गया।

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

जौनपुर में आचार संहिता का मजाक उड़ाता ‘महामानव’ का होर्डिंग

भारत में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद विवाद उठ रहा है कि क्या देश में दोहरे मानदंड अपनाये जा रहे हैं, खासकर जौनपुर के एक होर्डिंग को लेकर, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर है। सोशल मीडिया और स्थानीय पत्रकारों ने इसे चुनाव आयोग और सरकार को चुनौती के रूप में उठाया है।

Related Articles

जौनपुर में आचार संहिता का मजाक उड़ाता ‘महामानव’ का होर्डिंग

भारत में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद विवाद उठ रहा है कि क्या देश में दोहरे मानदंड अपनाये जा रहे हैं, खासकर जौनपुर के एक होर्डिंग को लेकर, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर है। सोशल मीडिया और स्थानीय पत्रकारों ने इसे चुनाव आयोग और सरकार को चुनौती के रूप में उठाया है।