नई दिल्ली। मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने दो महिलाओं को नग्न अवस्था में घुमाने की घटना को शर्मसार करने वाला बताया है। उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से अपील की है। साथ ही उन्होंने मणिपुर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं।
एक निजी टीवी चैनल से बातचीत करते हुए उन्होंने इस पूरे प्रकरण में पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि “यह घटना 4 मई की है और 18 तारीख को इस पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। इतने दिनों तक पता नहीं क्यों पुलिस ने इस पर संज्ञान नहीं लिया। आज DGP को मैंने बुलाया था, पूरी जानकारी ली। जैसे ही यह वायरल हुआ, उसके बाद सबको पता चला।”
उन्होंने कहा कि ‘मैंने कभी जिन्दगी में ऐसी हिंसा नहीं देखी। मणिपुर में लगातार हो रही हिंसा से लोग डरे हुए हैं। लोग मर रहे हैं। इन घटनाओं को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार और राज्य सरकार साथ मिलकर काम करना होगा। मुझसे लोग पूछते हैं कि कब तक शांति स्थापित हो पाएगी। आज भी मणिपुर में कहीं न कहीं हिंसा हो रही है। 350 कैम्पों में 60 हजार से ज्यादा बच्चे, महिलाएं और पुरुष रह रहे हैं। केंद्र को दोनों समुदायों को बैठाकर बात करनी चाहिए। जब तक विवादित मुद्दों को सुलझाया नहीं जाएगा, तब तक शांति नहीं लौटेगी।’
उन्होंने कहा कि जबसे उन्हें इस घटना की जानकारी मिली है, वो काफी दुखी हैं। उन्होंने कहा, ‘यहां के लोग भी सद्भावना के साथ रहते हैं। यकीन नहीं हो रहा कि यह घटना यहां हो सकती है।’
राज्यपाल ने कहा कि थाने के इंचार्ज पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “थाने का जो भी इंचार्ज हैं उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस के द्वारा इन दोनों बहनों को ले जाया जा रहा था। पुलिस से छीन कर ये लोग उन्हें ले गए। जिसके साथ ऐसा हुआ होगा। उनकी मानसिक स्थिति कैसी रही होगी।”
मणिपुर के कांगपोकपी जिले में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड करानेवाली भीड़ का हिस्सा रहे चार लोगों को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि बुधवार को सामने आए 26 सेकंड के वीडियो में गिरफ्तार एक आरोपी को कांगपोकपी जिले के बी. फाइनोम गांव में भीड़ को सक्रिय रूप से निर्देश देते हुए देखा जा सकता है।
वीडियो पर स्वत: संज्ञान लेते हुए पुलिस ने कल रात कहा था कि अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ थाउबल जिले के नोंगपोक सेकमाई थाने में अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए हर संभव प्रयास जारी हैं।