(रामपुर स्थित जौहर विश्वविद्यालय पर पुलिस ने दो दिन पहले छापा मारा था। लेकिन न तो उसकी इजाजत कुलपति से ली थी और न ही उसकी कोई सूचना दी थी। छापे में ढेर सारी गाड़ियों के साथ पुलिस मौके पर पहुंची और उसने लाइब्रेरी से लेकर तमाम कमरों की तलाशी शुरू कर दी। बताया जाता है कि एक ट्रक से ज्यादा किताबें ट्रक में भरकर वह अपने साथ ले गयी है। और बाद में पुलिस ने उन्हें चोरी की किताबें करार दिया। उसके आधार पर उसने एफआईआर भी दर्ज कर ली है। इस दौरान जब पुलिस विश्वविद्यालय परिसर में घुसने की कोशिश कर रही थी तो सांसद और सपा सरकार में मंत्री रहे आजम खां के विधायक बेटे ने उसे रोकने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में ले लिया। इस पूरे प्रकरण के बारे में खुद आजम खां के मुंह से सुनिये: संपादक)
सरकार ने शुरू कर दी है आजम खां की चौतरफा घेरेबंदी, जौहर विश्वविद्यालय में छापा उसी का हिस्सा
