Friday, April 26, 2024

बकाया वेतन और स्थायीकरण की मांग लेकर आशाबहुओं ने किया विरोध प्रदर्शन

‘आज करो अर्जे़ंट करो, हमको परमानेंट करो’, ‘नहीं डरेंगे हुड़की से’ खींच लेंगे क़ुर्सी से’, “रोज़ी रोटी दे न सके तो वो सरकार निकम्मी है जो सरकार निकम्मी है, वो सरकार बदलनी है”, “आशा बहू एकता, जिंदाबाद, जिंदाबाद “, “आशाओं का शोषण, नहीं चलेगा नहीं चलेगा”- जैसे नारों के साथ कल उत्तर प्रदेश की आशा कार्यकर्ताओं ने इलाहाबाद जिले में सरकार के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन करते हुए स्थायीकरण की मांग की। यह प्रदर्शन उत्तर प्रदेश आशा वर्कर यूनियन संबद्ध ऐक्टू के बैनर तले किया गया। सैंकड़ों की संख्या में आशा बहुओं ने पीडी टंडन पार्क से पत्थर गिरजाघर तक जुलूस निकाला और बकाया वेतन के तत्काल भुगतान और परमानेंट की मांग को दोहराया। प्रदर्शन में जिले के 15 ब्लाक से सैकड़ों की संख्या में आशा व आशासंगिनी शामिल हुईं।

उत्तर प्रदेश आशा वर्कर यूनियन संबद्ध ऐक्टू ने वर्ष 2001 की अवशेष राशि के साथ इस वर्ष 2022 की अब तक की आशा व आशा संगीनियों के समस्त बकाया राशि का भुगतान करने के लिए, वर्तमान समय में जारी रुबैला, खसरा हेड टू हेड सर्वे का ₹500 दैनिक की दर से भुगतान सुनिश्चित करने, आशा कर्मियों को अपमानित करने के साथ मारपीट, उत्पीड़न करने पर रोक लगाने, सभी आशा व आशासंगीनियों को 10 लाख स्वास्थ बीमा व 50 लाख का जीवन बीमा कवर देने, आशा कर्मियों की मातृत्व अवकाश, वार्षिक अवकाश, साप्ताहिक अवकाश और कार्य की सीमा सुनिश्चित करने, 45 /46वें श्रम सम्मेलन की सिफारिश के अनुसार सभी आशा व संगीनी को स्वास्थ्य कर्मी का दर्जा देते हुए न्यूनतम वेतन की गारंटी करने समेत विभिन्न मांगों पर पीडी टंडन पार्क से पत्थर गिरजाघर तक जुलूश निकालकर प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन की जिला अध्यक्ष आशा देवी ने कहा कि बहुत कम पैसे में दिन रात काम करने वाली आशा भुखमरी की शिकार हैं कई माह का प्रोत्साहन राशि नहीं मिला है। सरकार दावे तो बहुत करती है लेकिन आशा के लिए कुछ भी करने को तैयार नहीं है कोरोना के दौरान आशा वर्कर्स में बहुत ही मेहनत किया लेकिन उनको उनका हक़ नहीं मिला।

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए आशा वर्कर्स यूनियन की जिला सचिव सरोज कुशवाहा ने कहा कि आशा पूरी मेहनत से काम करती हैं लेकिन आशाओं को ही लगातार अपमानित और प्रताड़ित किया जाता है आशा अपनी मांगों को लेकर अधिकारियों से बात करती हैं तो उन पर गाड़ी चढ़ा देने की धमकी दी जाती है इसको कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन चाका ब्लाक से आई रंजना भारती ने कहा कि सरकार जब तक हमारी मांगों को नहीं सुनेगी तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी। प्रदर्शन को बबिता सिंह, मंजू देवी, किरन सिंह, राजकुमारी, बसंती देवी, संगीता सिंह, सुनीता पांडे, मीरा देवी, विभा सिंह, विजय लक्ष्मी, रेखा देवी, ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ट्रेड यूनियन (ऐक्टू) के राज्य सचिव अनिल वर्मा, ऐक्टू के जिला संयोजक देवानंद, भाकपा माले के जिला प्रभारी सुनील मौर्य, वीरेंद्र रावत, आरवाईए के जिला संयोजक सुमित गौतम, प्रदीप ओबामा, आइसा नेता अनिरुद्ध कुमार, भानु ने संबोधित किया।

(सुशील मानव जनचौक के विशेष संवाददाता हैं।)

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