राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने उत्तर प्रदेश सरकार को दो अलग-अलग मामलों में नोटिस जरी किया है जिसमें से एक मामला कानपुर के गोविंद नगर पुलिस स्टेशन का है जहाँ के एक इंस्पेक्टर ने एक 16 साल की लड़की से एफआईआर दर्ज करने के एवज में डांस करने को कहा तथा दूसरा मामला लखीमपुर खीरी का है जो शौच के लिए गयी लड़की से सामूहिक बलात्कार और हत्या से सम्बंधित है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने उन मीडिया रिपोर्टों के आधार पर संज्ञान लिया है जिसमें लखीमपुर खीरी में अनुसूचित जाति की एक 13 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई जब 15 अगस्त, 2020 को वह एक आरोपी के स्वामित्व वाले खेत में शौच के लिए गई थी । कथित तौर पर पीड़ित की गला दबाकर हत्या करने से पहले उसके साथ यौन उत्पीडन किया गया था। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि पीड़ित के घर में एक शौचालय है, लेकिन यह कार्यशील नहीं है। आयोग ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है कि वे इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट 6 सप्ताह के भीतर दें। आयोग ने मुख्य सचिव से यह भी अपेक्षा की है कि वे राज्य में जिला अधिकारियों को जागरूक करें कि वे सरकारी अभिलेखों की पूर्ति के लिए शौचालयों का निर्माण न करें, उन्हें वास्तव में कार्यशील बनाया जाना चाहिए।
आयोग ने स्वच्छ भारत अभियान के नोडल मंत्रालय के सचिव जो केंद्रीय जल मंत्रालय है, को समाचार की एक प्रति अग्रसारित किया है और उनसे सभी राज्यों को शौचालयों के निर्माण का दिशा-निर्देश जारी करने की अपेक्षा की है। उनसे 6 सप्ताह के भीतर जवाब माँगा गया है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट के आधार पर संज्ञान लिया है कि कानपुर के गोविंद नगर पुलिस स्टेशन के एक इंस्पेक्टर ने एक 16 साल की लड़की से मकान मालिक के भतीजे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के एवज में डांस करने को कहा। मकान मालिक जो उसके साथ छेड़छाड़ करता रहा है। अपने परिवार के साथ लड़की, गोविंद नगर के डाबौली पश्चिम क्षेत्र में किराए के मकान में रहती है। आयोग ने पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश को नोटिस जारी कर 6 सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट माँगा है, जिसमें दोषी पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई और पीड़ित परिवार द्वारा प्रस्तुत शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी की स्थिति शामिल है। दरअसल लड़की का डांस करते हुए शूट किया गया वीडियो वायरल हो गया है।
लड़की अपने परिवार के साथ गोविंद नगर के डाबौली पश्चिम क्षेत्र में किराए के मकान में रहती है। लड़की का परिवार भगवती जागरण पार्टियां करके अपना पेट पालता है। उन्होंने कहा कि वे मकान मालिक के भतीजे के खिलाफ लड़की से छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज कराने गए थे। इसके अलावा उन्हें कुछ दिन पहले घर के किराए के हिस्से से जबरन बाहर निकाला गया था। लड़की की मां ने कहा कि मकान मालकिन का भतीजा आरोपी अनूप यादव 26 जुलाई को उनके घर में घुस गया और उन पर हमला कर दिया। लड़की की मां ने संवाददाताओं से कहा, “7 अगस्त की रात को फिर से मेरी बेटी के साथ छेड़छाड़ की गई जब वह बाजार से घर वापस आ रही थी। फिर बेटी ने गोविंद नगर के इंस्पेक्टर अनुराग मिश्रा से संपर्क किया, उसने मेरी बेटी से कहा कि पहले मेरे सामने डांस करो तब वह उसकी शिकायत दर्ज करेगा”।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुरखीरी जिले में 14 अगस्त को एक 13 वर्षीय लड़की से बलात्कार के बाद उसकी निर्मम हत्या के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने डीजीपी को नोटिस भेजा है। डीजीपी को नोटिस जारी करते हुए मानवाधिकार आयोग ने कहा कि बच्ची के साथ रेप और उसके बाद निर्मम हत्या करना बड़ा अपराध है। इसके अलावा भी यूपी के अन्य जिलों में लड़कियों से गैंगरेप की घटनाएं सामने आई हैं। लड़कियों के साथ रेप की घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए मानवाधिकार आयोग ने यूपी के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी को नोटिस भेजकर छह सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है।
लखीमपुरखीरी जिले में 14 अगस्त की देर रात गन्ने के खेत में एक बच्ची का शव बरामद हुआ था। बच्ची के साथ रेप के बाद उसकी निर्मम हत्या करके शव को खेत में फेंक दिया गया था। बच्ची की आंख फोड़ने और उसके बाद जीभ को छेदने की भी आशंका जताई गई थी, जिसे पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद एसपी ने खारिज कर दिया था। बच्ची की मौत को लेकर पूरे प्रदेश में सियासी माहौल गर्माया हुआ है। विपक्षी पार्टियां भी जमकर प्रदेश सरकार पर निशाना साध रही हैं। इसी घटना को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मामले को संज्ञान में लिया और डीजीपी को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।
(वरिष्ठ पत्रकार जेपी सिंह की रिपोर्ट।)