हैदराबाद में हुए दर्दनाक बलात्कार-हत्याकांड के खिलाफ लखनऊ में हुआ न्याय मार्च

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लखनऊ। कल लखनऊ के परिवर्तन चौक से अम्बेडकर प्रतिमा तक ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव वोमेन एसोसिएशन (ऐपवा) तथा आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) ने मिलकर न्याय मार्च निकाला। ऐपवा ने हैदराबाद की बलात्कार की घटना की निंदा की  और मोदी ,शाह राज में महिलाओं के ऊपर बढ़ती यौन हिंसा पर चिंता जताते हुए अम्बेडकर प्रतिमा पर प्रतिवाद  सभा का आयोजन किया जिसमें ऐपवा की प्रदेश अध्यक्ष कृष्णा अधिकारी ने योगी, मोदी-शाह की हत्यारी सरकार को फटकार लगाते   हुए कहा कि देश में मोदी,शाह की सरकार में बलात्कार की घटनाओं में इजाफा हुआ है और इसके लिए पूरी तरह से भाजपा सरकार ही जिम्मेदार है।

इनका बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा पूरी तरह से खोखला है। उल्टा इस सरकार ने बलात्कार की संस्कृति को बढ़ावा दिया है । तथाकथित  हिन्दू संस्कृति का दम भरने वालो ने झंडा लेकर बलात्कारियो के पक्ष में रैली निकाली थी। जैसा कि हम सभी को मालूम है, संघ और भाजपा अपने बलात्कारी नेताओ को बचाने में लगी हुई है। इसने समाज को गलत संदेश पहुचाया है। इसकी हम कड़ी  निंदा  करते हैं और जल्द से जल्द बलात्कार के दोषियों को त्वरित सजा की मांग करते हैं।

विरोध प्रदर्शन।

आइसा के प्रदेश सचिव शिवा रजवार’ ने हैदराबाद में हुए वहशीपन, बर्बरता की निंदा की और इस अपराध को सम्प्रदायिक रंग देने वाले लोगों की भी निंदा की और कहा कि सरकार ने पूरी देश के विश्वविद्यालय के  छात्र- छात्राओं के खिलाफ एक जंग छेड़ रखी है, जेंडर जस्टिस को तबाह किया है, और जी एस केस को योजनाबद्ध तरीके से खत्म किया है।  इस सरकार की पूरी मंशा है कि वो लड़कियों को पढ़ने न दे। सामाजिक  कार्यकर्ता नाइस हसन जी ने भी इस प्रतिरोध सभा में शिरकत की और सभा को सम्बोधित करते हुए बलात्कार की संस्कृति पर प्रहार किया और योगी, मोदी, शाह की सरकार की भर्त्सना की और कहा कि इस सरकार के राज में पूरे देश में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं।

सभा का संचालन ऐपवा नेता मीना सिंह जी ने किया। इसमे प्रमुख लोगों में जसम से कौशल किशोर जी, विमल जी, भाकपा माले के रमेश सिंह सेंगर जी, आईसीसीटीयू के मधु सुदन, समय दास, आरबी सिंह व आइसा के नितिन, शिवम सफीर, आयुष श्रीवास्तव, पुनीत,रोबिन सिंह, शाइस्ता, अनुष्का श्रीवास्तव तथा ऐपवा की मंजू, रीता, कमला,कमलेश आदि महिलाओं ने भागीदारी की।

(प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित।)

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