मध्य प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से पिछले चार दिन में चालीस से अधिक लोगों की अस्पताल के आईसीयू में तड़प-तड़प कर मौत हो चुकी है। ताजा घटनाक्रम में राजधानी भोपाल के पीपुल्स अस्पताल में ऑक्सीजन की किल्लत के चलते 10 मरीजों की आईसीयू में मौत हो गई है। यानी जगह और अस्पतालों के नाम बदल रहे हैं, ऑक्सीजन शॉर्टेज से मरने वालों की ख़बरें और मरने वालों की संख्या वही है। दो दिन पहले भी शहडोल के एक अस्पताल के आईसीयू में 12 मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी के चलते हो गई थी।
इस बाबत पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करके बताया है कि राजधानी भोपाल में ऑक्सीजन की कमी से 10 मरीज़ों की मौत की दुखद ख़बर? 13 दिन में 56 लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण?
तमाम मीडिया ख़बरों के मुताबिक मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पीपुल्स अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 10 मरीजों की मौत हो गई। इसके बाद पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। हालांकि अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि सुबह ऑक्सीजन सप्लाई कुछ देर के लिए बाधित जरूर हुई थी, लेकिन इसकी वजह से मौतें नहीं हुई है। अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि मौत होने की वजह तबीअत का ज्यादा बिगड़ना है। ऑक्सीजन की सप्लाई कम या ज्यादा होती रहती है।
वहीं मामले को लेकर कलेक्टर अविनाश लवानिया ने मीडिया से कहा है कि ऑक्सीजन का फ्लो कम हुआ था। प्रबंधन ने तत्काल बैकअप ले लिया। सिलेंडर भी लगा दिए थे। ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई। ये गलत जानकारी दी जा रही है।
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से मरीजों के परिजन इस बात की शिकायत कर रहे थे कि पीपुल्स अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी है, और अस्पताल स्टॉफ बाकायदा यह बात बताकर मरीजों को भर्ती भी कर रहे थे। अस्पताल में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न होने से देर रात या सुबह ऑक्सीजन खत्म या कम हो जाती है। बताया जा रहा है कि पीपुल्स कोविड हॉस्पिटल सेंटर में सोमवार सुबह ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से 10 मरीज़ों क़ी मौत हो गई।
पीपुल्स हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी से हुई 10 लोगों की मौत की घटना से दो दिन पहले शहडोल में भी ऑक्सीजन की कमी से 12 कोविड मरीजों की मौत हो गई थी। यह घटना शहडोल मेडिकल कॉलेज में हुई थी। इन 12 मौतों की पुष्टि शहडोल के अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने भी की थी। जानकारी के मुताबिक, ऑक्सीजन का प्रेशर शनिवार रात 12 बजे अचानक कम हो गया। इसके बाद मरीज तड़पने लगे. परिजन मास्क दबा कर उन्हें राहत देने की कोशिश करते रहे, लेकिन वे नाकाम रहे। नतीजन 12 मरीजों ने दम तोड़ दिया। इसके बाद ICU में भर्ती इन मरीजों के परिजनों ने अफरा-तफरी मचा दी। इसके पहले भोपाल, सागर, जबलपुर, उज्जैन में ऑक्सीजन की कमी से संक्रमित गंभीर मरीजों की मौत हो चुकी है।
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