ओमिक्रोन ने 16 राज्यों में पसारे पांव, प्रधानमंत्री ने सतर्क रहने की चेतावनी देकर की अपने कर्तव्य की इतिश्री

कोरोना का ओमिक्रोन वैरियंट देश के 16 राज्यों में पहुंच चुका है। जबकि देश में ओमिक्रोन संक्रमण के कुल मामले 357 हो गए हैं। बात पिछले 24 घंटे की करें तो ओमिक्रोन संक्रमण के 84 नए मामले सामने आए हैं। इनमें से तमिलनाडु में एक दिन में अब तक के सबसे अधिक 33 मामले दर्ज़ किए गए हैं। जबकि महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के 23 मामले पिछले एक दिन में दर्ज़ किये गए। वहीं पिछले 24 घंटे में ओमिक्रोन संक्रमण के कर्नाटक में 12, दिल्ली और गुजरात में 7-7 तथा ओडिशा में 2 मामले दर्ज़ किये गये हैं। 
महाराष्ट्र ओमिक्रोन वैरियंट से संक्रमण का सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है। जहां ओमिक्रोन संक्रमितों की कुल संख्या 88 हो गई है। राजधानी दिल्ली में ओमिक्रोन के कुल 64 केस और तेलंगाना में कुल 38 केस हैं। 

देश में ओमिक्रोन केस की प्रदेशवार सूची 
राज्य ओमीक्रोन केस महाराष्ट्र 88 दिल्ली 64तेलंगाना 38
तमिलनाडु 34
कर्नाटक 31
गुजरात 30केरल 29राजस्थान 22
हरियाणा 6
ओडिशा 4
जम्मू 3
उत्तर प्रदेश 2पश्चिम बंगाल 2
आंध्र प्रदेश 1उत्तराखंड 1चंडीगढ़ 1लद्दाख 1

मध्यप्रदेश में रात्रि कर्फ्यू 

मध्य प्रदेश सरकार ने ओमिक्रोन वैरियंट के ख़तरे से एहतियात के तौर प्रदेश में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है। लोगों को सलाह दी गई है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल शाम एक संदेश में प्रदेशवासियों से कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो कुछ और उपाय हम ज़रूर करेंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा-ओमिक्रोन से सतर्क रहने की ज़रूरत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरियंट से सतर्क और सावधान रहने की ज़रूरत बताया है। उन्होंने ने कहा कि कोविड-19 के ख़िलाफ़ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। 
 गौरतलब है कि कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक में कोविड महामारी की ताजा स्थिति और ओमिक्रोन से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की गयी। प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि कोरोना के नये संस्करण को देखते हुए हमें सतर्क और सावधान होना चाहिए।
उन्होंने जिला स्तर पर स्वास्थ्य प्रणाली मजबूत, परीक्षण और टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश भी दिये। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय अधिकारियों को कमजोर स्वास्थ्य बुनियादी ढ़ांचा वाले राज्यों में केंद्रीय दल भेजने को भी कहा। बैठक में नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डा. वी के पाल, गृह सचिव एके भल्ला, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, फार्मास्युटिकल सचिव डॉ राजेश गोखले, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव, आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, शहरी विकास सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आरएस शर्मा. और केंद्र सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

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