नई दिल्ली। एक ओर जहां कारोबारी गौतम अडानी अपने कारोबार की खस्ता होती हालत से निपट रहे हैं वहीं दूसरी ओर सत्तापक्ष के साथ उनके कथित रिश्तों को लेकर विपक्ष बेहद आक्रामक है। संसद में बजट सेशन के दूसरे चरण की शुरुआत होते ही विपक्ष अडानी के मसले को लेकर हमलावर हो गया है। विपक्ष ने सुबह अडानी के पोस्टर और बैनर हाथ में लेकर नारेबाजी कर अपना विरोध जताया।
संसद परिसर में गांधी जी की प्रतिमा के नीचे किए गए इस विरोध में आम आदमी पार्टी के संजय सिंह के अलावा बीआरएस के सांसद भी शामिल थे। इस दौरान इन्होंने हाथ में प्लेकार्ड लिए हुए थे, जिसमें से एक पर लिखा था, ‘मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी, नहीं चलेगी..लोकतंत्र में हिटलरशाही नहीं चलेगी, नहीं चलेगी।’
एक दूसरे बैनर पर लिखा था कि ‘ईडी, सीबीआई का गलत इस्तेमाल बंद करो।’ साथ ही एक दूसरे बैनर पर अडानी की तस्वीर के साथ येदियुरप्पा और शिवराज सिंह समेत कई दूसरे बीजेपी के मुख्यमंत्री और नेता दिखाई दे रहे थे। इन प्लेकार्ड में खनन घोटाले से लेकर व्यापम घोटाले तक का जिक्र था।
अडानी मामले में मोदी सरकार की चुप्पी के विरोध में राज्यसभा में विपक्ष के सांसदों ने विजय चौक तक मार्च निकाला। विपक्ष अडानी स्टॉक मामले पर जेपीसी की मांग पर अड़ा है। तो वहीं एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि-पीएम मोदी के शासन में कानून का राज्य और लोकतंत्र नहीं बचा है। हम जब भी सदन में अडानी स्टॉक मामले की जेपीसी जांच की मांग उठाते हैं, वैसे ही सदन में माइक बंद कर दिए जाते हैं। खड़गे के तेवर सरकार और पीएम मोदी को लेकर खासा आक्रामक थे। उन्होंने कहा जो लोग लोकतंत्र कुचल रहे हैं वो ही लोकतंत्र की सुरक्षा का दम भर रहे हैं, साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को डिक्टेटर तक कह डाला।
बीजेपी की ओर से राहुल गांधी के लंदन वाले बयान को लेकर खड़गे ने कहा कि पीएम मोदी ने विदेशों में कई बार देश का अपमान किया है, इसे लेकर उन्होंने चीन, साउथ कोरिया, कनाडा और यूएई में पीएम के कथित बयानों का का जिक्र किया।
खड़गे ने एक के बाद एक दो ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि मैं आपको चीन में दिया गया आपका एक बयान याद दिलाना चाहता हूं, आपने कहा था कि पहले आपको इस बात पर शर्म आती थी कि आप भारत में पैदा हुए आज आपको देश का प्रतिनिधित्व करते करते हुए गर्व महसूस होता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि साउथ कोरिया में पीएम ने कहा था- एक वक्त था जब लोगों को ऐसा लगता है कि उन्होंने पिछले जन्म में क्या अपराध कर दिया कि उनका जन्म भारत में हुआ। खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी पर हमला अडानी के मसले से ध्यान हटाना है।
वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल गांधी को लंदन के उनके बयान के लिए कठघरे में लिया और कहा कि उन्हें सदन में माफी मांगनी चाहिए। लोकसभा में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने भी राहुल गांधी के बयान को अपमानजनक बताया और कहा कि उन्हें सदन में आकर माफी मांगनी चाहिए।
संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हो गया है जो 6 अप्रैल तक चलेगा और इस दौरान 17 बैठकें होंगी।