Thursday, April 25, 2024

कोरोना कहर के बीच महंगाई की मार! आसमान पर पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतें

तेल कंपनियों ने शुक्रवार को पेट्रोल के दाम फिर बढ़ा दिये जिससे पहली बार मुंबई में इसकी कीमत 105 रुपये, चेन्नई में 100 रुपये और दिल्ली और कोलकाता में 99 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गई। देश के चार बड़े महानगरों में आज पेट्रोल 40 पैसे तक महंगा हुआ। तेल कंपनियों ने घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 25 रुपये की वृद्धि की है। दिल्ली में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 834.50 रुपये हो गई है। दूसरी ओर दिल्ली समेत देश भर में पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार वृद्धि जारी है, जिससे आम आदमी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एक ओर आम आदमी भीषण कमरतोड़ मंहगाई से त्रस्त है तो दूसरी और  कोरोना महामारी के दौरान केंद्र सरकार की पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स पर कस्टम एंड एक्साइज ड्यूटी से खूब कमाई हुई है। सरकार को इनडायरेक्ट टैक्स से आने वाला रेवेन्यू लगभग 56.5% बढ़कर 4.51 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया है। यह जानकारी राइट टू इन्फॉर्मेशन से सामने आई है।

देश में लोगों पर महंगाई की मार जारी है। एक बार फिर तेल के दामों में इजाफा हुआ है। तेल कंपनियों ने शुक्रवार को पेट्रोल के दाम फिर बढ़ा दिये जिससे पहली बार मुंबई में इसकी कीमत 105 रुपये, चेन्नई में 100 रुपये और दिल्ली और कोलकाता में 99 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गई। देश के चार बड़े महानगरों में आज पेट्रोल 40 पैसे तक महंगा हुआ।

तेल कंपनियों के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 35 पैसे बढ़कर 99.16 रुपये प्रति लीटर के अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। डीजल 89.18 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है। बता दें कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने का मौजूदा सिलसिला 04 मई को शुरू हुआ था। मई और जून में पेट्रोल 8.41 रुपये और डीजल 8.45 रुपये महंगा हुआ था।

मोदी की सरकार और 2020 से 2021 तक एलपीजी की कीमतें 30 नवंबर 2020 में 594 रुपये से बढ़ते हुए 1 जुलाई, 2021 तक 834 रुपये हो गई है। तेल कंपनियों ने आज घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 25 रुपये की बढ़ोत्तरी की है। दिल्ली में अब घरेलू सिलेंडर की कीमत 834.50 रुपये होगी। संशोधित दर 1 जुलाई से लागू हो गया है।

राइट टू इन्फॉर्मेशन से मिली जानकारी के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के इम्पोर्ट पर 37,806.96 करोड़ रुपए कस्टम ड्यूटी वसूली गई। वहीं, देश में इन प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग पर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी से 4.13 लाख करोड़ रुपए की कमाई हुई।

आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी के जवाब में बताया गया है कि 2019-20 में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के इम्पोर्ट पर सरकार को कस्टम ड्यूटी के रूप में 46 हजार करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला था। वहीं, देश में इन प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग पर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी से 2.42 लाख करोड़ रुपए की वसूली हुई। अब अगर दोनों तरह की टैक्स वसूली को देखें तो सरकारी खजाने में 2019-20 में कुल 2.88 लाख करोड़ रुपए जमा हुए।

इस साल अब तक पेट्रोल 14.85 और डीजल 15.06 रुपए महंगा हुआ है। इस साल 1 जनवरी को पेट्रोल 83.97 और डीजल 74.12 पर था, जो अब 98.81 और 89.18 रुपए प्रति लीटर पर है। यानी 6 महीने से भी कम में पेट्रोल 14.84 और डीजल 14.77 रुपए महंगा हुआ है। जून में अब तक पेट्रोल 4 रुपए 23 पैसे और डीजल 3 रुपए 74 पैसे महंगा हो चुका है।

इससे पहले मई महीने में पेट्रोल-डीजल की कीमत में 16 बार इजाफा हुआ। इस दौरान पेट्रोल 4.11 और डीजल 4.69 रुपए महंगा हुआ है। मई महीने की बात करें तो इसमें पेट्रोल-डीजल की कीमत में 16 बार इजाफा हुआ। इस दौरान पेट्रोल 4.11 और डीजल 4.69 रुपए महंगा हुआ है।

कोरोना महामारी के चलते लोगों की जान संकट में है और उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है, इलाज महंगा है और लोगों के पास काम नहीं है। सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं कम हैं और प्राइवेट अस्पताल में मनमानी लूट है। पहले से व्याप्त बेरोजगारी का संकट लॉकडाउन कोरोना कर्फ्यू के कारण और भी भयानक हो गया है, लोगों के सामने रोजी-रोटी का भीषण संकट बना हुआ है, मनरेगा में भी कामकाज नहीं है प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 5 किलो अनाज नाकाफी है।  

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