चुनाव प्रचार में राहुल रोजाना ले रहे हैं अडानी-अंबानी का नाम, मोदी का थिंक टैंक सच्चाई चेक नहीं करता ?

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मई को तेलंगाना के करीमनगर में दिए भाषण में दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उद्योग घराने अडानी और अंबानी का जिक्र करना बंद कर दिया है। इस वीडियो में पीएम मोदी ये भी आरोप लगाते हैं कि पहले राहुल अडानी – अंबानी की आलोचना खूब करते थे। पर लोकसभा चुनाव 2024 घोषित होने के बाद से ही उन्होंने आलोचना करना बंद कर दिया है।

लेकिन प्रधानमंत्री का ये दावा तथ्यों की कसौटी पर खरा नहीं उतरता। पीएम का दावा है कि राहुल ने लोकसभा चुनाव घोषित होने के बाद से अडानी – अंबानी की आलोचना करना बंद कर दिया।

इसके विपरीत, सच्चाई ये है कि लोकसभा चुनाव की वोटिंग शुरू होने के बाद भी राहुल ने एक नहीं कई बार उद्योग घराने अडानी – अंबानी की आलोचना करते हुए ऐसे कई आरोप लगाए हैं जो वो पहले भी लगाते रहे हैं।

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अडानी-अंबानी के मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को छेड़ना मुसीबत वाला साबित हुआ है। राहुल गांधी का जवाबी हमला इंटरनेट पर 3 करोड़ से अधिक बार देखा जा चुका है। भाजपा आईटी सेल उस वीडियो के दस घंटे बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दे पाया। पार्टी ने पूरी तरह चुप्पी साध ली है। पार्टी की ओर से राहुल के हमले के जवाब में मोदी के बचाव के लिए कोई आगे नहीं आया। कोई भी टीवी चैनल अंबानी और अडानी पर कांग्रेस का मुकाबला करने के लिए कोई तर्क नहीं दे सका। लेकिन कांग्रेस गुरुवार को इस मुद्दे पर आक्रामक रही। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत से लेकर तमाम कांग्रेस नेताओं ने मोदी को अडानी से जोड़ते हुए कई फोटो गुरुवार को सोशल मीडिया पर जारी किए।

मोदी ने बुधवार को तेलंगाना की रैली में कहा था- “मैं उनसे (राहुल गांधी) यह बताने के लिए कह रहा हूं कि उन्होंने उनसे कितना पैसा लिया है। राफेल के खिलाफ उनका भाषण नाकाम होने के बाद, उन्होंने ‘पांच कारोबारी, पांच कारोबारी’ का जाप शुरू कर दिया। बाद में, उन्होंने ‘अंबानी-अडानी’ का जाप करना शुरू कर दिया। लेकिन चुनाव की घोषणा होने के बाद, उन्होंने अचानक रातों-रात अंबानी और अडानी को गाली देना बंद कर दिया। दाल में जरूर कुछ काला है। मैं तेलंगाना की धरती से पूछना चाहता हूं: शहजादा को बताने दीजिए कि अंबानी-अडानी से कितना पैसा उठाया गया है। क्या कांग्रेस के पास तेजी से पैसा पहुंचा है? ऐसी कौन सी डील हुई कि रातोंरात अंबानी-अडानी को गाली देना बंद हो गया?” 

इसके बाद राहुल ने इसका जवाब दिया जो इंटरनेट पर दूसरे दिन भी छाया हुआ है। लेकिन भाजपा खेमे में खामोशी है। सरकार समर्थित चैनल खामोश हैं।

पीएम के इन आरोपों के बाद कांग्रेस ने फिर से ‘अडानी-मोदी संबंध’ को लेकर मोर्चा खोल दिया है। प्रियंका गांधी से लेकर पवन खेड़ा तक ने राहुल के हाल के बयान गिनाए। इसके साथ ही कांग्रेस ने फिर से उस अभियान को छेड़ दिया है जिसमें राहुल सवाल पूछते रहे थे कि ‘मोदी का अडानी से रिश्ता क्या है?’

अडानी-अंबानी मुद्दे को लेकर पीएम मोदी के आरोपों पर राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री घबरा गये हैं। राहुल की यह कड़ी प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान पर आई है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही कांग्रेस नेता ने अडानी-अंबानी को गाली देना बंद कर दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं तेलंगाना की जनता से पूछना चाहता हूं, शहजादा बताएं- अंबानी-अडानी से कितना लिया? कितना काला धन ले जाया गया? क्या कैश से भरे टेंपो कांग्रेस तक पहुंच गए हैं? वह कौन सा सौदा हुआ है? आपने रातों-रात अंबानी-अडानी को गाली देना क्यों बंद कर दिया?’

प्रधानमंत्री मोदी के इस आरोप कि ‘अंबानी-अडानी से कितना लिया और क्या कैश से भरे टेंपो कांग्रेस तक पहुंच गए हैं’, राहुल ने कहा कि भाजपा के भ्रष्टाचार के टेम्पो का ‘ड्राइवर’ और ‘खलासी’ कौन है, देश जानता है।

राहुल गांधी ने जो वीडियो बयान जारी किया है उसमें उन्होंने सीधे पीएम को संबोधित करते हुए कहा है, ‘नमस्कार मोदी जी, थोड़ा-सा घबरा गए क्या! नॉर्मली, आप बंद कमरों में अडानी जी, अंबानी जी की बात करते हो, लेकिन पहली बार पब्लिक में अडानी-अंबानी बोला।’ उन्होंने आगे कहा, ‘आपको ये भी मालूम है कि टेंपो में पैसा देते हैं। क्या यह आपका पर्सनल एक्सपीरिएंस है? एक काम कीजिए। सीबीआई-ईडी को इनके पास भेजिए न। पूरी जानकारी लीजिए, इन्क्वायरी कराइए। जल्दी से जल्दी कराइए। घबराइए मत मोदी जी।’

राहुल ने आगे कहा, ‘ मैं फिर से दोहराकर कह रहा हूं। जितना पैसा नरेंद्र मोदी जी ने इनको दिया है न, उतना ही पैसा हम हिंदुस्तान के ग़रीब लोगों को देने जा रहे हैं। महालक्ष्मी योजना, पहली नौकरी पक्की योजना, इन योजनाओं के माध्यम से। करोड़ों लाखपति बनाएंगे हम। इन्होंने 22 अरबपति बनाए हैं, हम करोड़ों लाखपति बनाएंगे।’

उनके अडानी और अंबानी जैसे 22-25 दोस्त हैं और जो भी काम कर रहे हैं वह उन्हीं के लिए है। जमीन उनके लिए है, जंगल उनके लिए है, मीडिया उनका है, बुनियादी ढांचा उनका है, फ्लाईओवर उनका है, पेट्रोल उनका है। सब कुछ उनके लिए है। दलितों, आदिवासियों, पिछड़े समुदायों के लोगों को सार्वजनिक क्षेत्र में आरक्षण मिलता था, अब वे हर चीज का निजीकरण कर रहे हैं। वे खुलेआम कह रहे हैं कि रेलवे का भी निजीकरण किया जाएगा, यह आपका संपत्ति का क्षेत्र है- रेलवे,  सड़क, फ्लाईओवर, ये आपके हैं और अडानी का नहीं है। वह उन्हें सब कुछ दे देते हैं।’

उन्होंने कहा, ‘मीडिया के लोग यहां हैं, क्या वे कभी आदिवासियों के बारे में बात करते हैं। कभी नहीं। वे अंबानी की शादी को 24 घंटे दिखाएंगे।’

प्रधानमंत्री मोदी के आरोपों के बाद कांग्रेस ने अडानी-अंबानी को लेकर हमला नये सिरे से तेज कर दिया है। पवन खेड़ा ने एक बयान जारी कर कहा है, ‘तीन चरणों के चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी इतने बौखला गए कि अडानी-अंबानी के खिलाफ बोलने लगे। पीएम मोदी ने कहा- राहुल गांधी जी अडानी-अंबानी का नाम नहीं लेते। सच्चाई ये है- 3 अप्रैल से अब तक राहुल गांधी जी 103 बार अडानी और 30 बार अंबानी का नाम ले चुके हैं।’

कांग्रेस प्रवक्ता ने भी अडानी से जुड़ा मोदी का फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किया जो पहले से ही वायरल है। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा- नरेंद्र मोदी ने अपनी आगामी हार देख अडानी-अंबानी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा है कि यह दोनों टेम्पो में भर-भरकर काला धन बांट रहे हैं। पर इस खुलासे के बाद भी जांच एजेंसी और मीडिया को सांप सूंघ गया है। डरिए मत मोदी जी, जांच कराइए, हम आपके साथ हैं। 10 साल भ्रष्टाचार में डूबे रहने के बाद कल (बुधवार) नरेंद्र मोदी ने अडानी और अंबानी के टेम्पो में काले धन का पर्दाफ़ाश किया

नरेंद्र मोदी को ये हिम्मत राहुल गांधी की निर्भीकता से मिली – जैसे मुस्तैदी से राहुल जी लगातार भ्रष्टाचारियों का भांडाफोड़ रहे हैं। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा- नरेंद्र मोदी के भ्रष्टाचार पर किए खुलासे ने पूरी भाजपा और सरकार में हड़कंप मचा दिया है। सबको लग रहा है कि हार से घबरा कर अगर मोदी अपने जिगर के टुकड़े को कुर्बान कर सकते हैं तो हम क्या चीज हैं? सरकार में सबसे ज्यादा डरे हुए अमित शाह हैं।

कांग्रेस प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए लगभग 100 चार्टर्ड उड़ानों – देश और विदेश दोनों में – पर सवाल उठाती रही है। कांग्रेस ने बार-बार जानना चाहा कि इन यात्राओं के लिए किसने भुगतान किया था। कांग्रेस का कहना है इस हवाई यात्रा की अनुमानित लागत लगभग 16.56 करोड़ रुपये थी और पूछा कि इसका भुगतान किसने किया था। अर्जुन मोढवाडिया ने आरटीआई के जरिए 2003 और 2007 के बीच मोदी की यात्रा के बारे में जानकारी मांगी थी। आरटीआई के अनुसार, मोदी ने स्विट्जरलैंड (1 जुलाई, 2007), दक्षिण कोरिया (16 जून, 2007), जापान (15 अप्रैल, 2007) और चीन (1 नवंबर) की यात्रा की।  जिसमें कुछ प्रसिद्ध उद्योगपति भी थे। भाजपा और मोदी की ओर से आजतक इस पर कोई सफाई पेश नहीं की गई।

राहुल गांधी अपनी दोनों भारत जोड़ो यात्रा से पहले से ही अडानी-अंबानी का नाम लेकर मोदी पर हमला कर रहे हैं। लेकिन यहां पर हम आपको हाल की कुछ रैलियों के बारे में बताएंगे, जिसमें राहुल ने अडानी-अंबानी का नाम लेते हुए मोदी पर हमला बोला। अभी 7 मई को ही राहुल ने झारखंड में हमला बोला। झारखंड में 7 मई को राहुल के शब्द थे- “भाजपा कहती है कि आप वनवासी हैं और वे सारी वन भूमि अडानी को दे देंगे। 24 घंटे… वह जो कुछ भी करते हैं अरबपतियों के लिए करते हैं। उनके अडानी और अंबानी जैसे 22-25 दोस्त हैं और जो भी काम कर रहे हैं वह उन्हीं के लिए है।”

राहुल ने 6 मई को मध्य प्रदेश के खरगौन में कहा था- “पूरा सार्वजनिक क्षेत्र ख़त्म हो जाएगा और देश पर 22-25 लोगों का शासन होगा। ये लोग हैं कौन? ये भारत के अरबपति और अडानी जैसे लोग हैं जिनकी नजर आपकी जमीन, जंगल और पानी पर है। वे चाहते हैं कि ये चीजें आपसे छीन ली जाएं और उन्हें सौंप दी जाएं। और वे नरेंद्र मोदी के खास दोस्त हैं। क्या आपने अडानी का नाम सुना है? पीएम अडानी को आपकी जमीन, जल और जंगल देना चाहते हैं… सभी हवाई अड्डे, बिजली स्टेशन, बंदरगाह, बुनियादी ढांचा पीएम मोदी ने इन 22-25 लोगों को दे दिया है।”

 राहुल ने 6 मई को रतलाम में कहा था-  “प्रेस कभी भी आदिवासियों के बारे में बात नहीं करता है। इसमें अंबानी की शादी, बॉलीवुड, डांसिंग दिखाई जाएगी। लेकिन जब आदिवासियों पर अत्याचार होता है, आपकी जमीन छीन ली जाती है तो ये नहीं दिखाते…नरेंद्र मोदी ने 22 अरबपति लोगों का कर्ज माफ किया है। अगर वे अमीरों को पैसा दे सकते हैं, तो हम दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और सामान्य वर्ग के गरीबों को दे सकते हैं।”

राहुल गांधी ने 4 मई को दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा- “मीडिया में कोई दलित, आदिवासी, पिछड़े और सामान्य वर्ग के गरीब लोग नहीं हैं।… कॉर्पोरेट भारत को देखें। सबसे बड़ी 200 कंपनियां… आपको एससी, एसटी, पिछड़े समुदायों और सामान्य वर्ग के गरीबों में से कोई भी नहीं मिलेगा …क्या आपका या किसी रिश्तेदार का कर्ज माफ किया गया है? अडानी जी और 22 अरबपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया है, यह 24 साल के लिए मनरेगा का पैसा है।” इससे पहले राहुल ने 2 मई को कर्नाटक के शिमोगा में कहा था-  “पिछले दस वर्षों में, उन्होंने 22 लोगों के लिए काम किया है। उन्होंने भारत की संपत्ति 22 लोगों की जेब में डाल दी…अडानी, अंबानी और ऐसे लोगों की जेब में…हम करोड़ों लखपति बनाने जा रहे हैं।” राहुल के मई में दिए गए भाषण का जिक्र हमने इस रिपोर्ट में किया है। लेकिन अप्रैल और मार्च में तो राहुल ने अडानी-अंबानी को मोदी से जोड़कर आरोपों की झड़ी लगा दी थी। यानी पिछले एक वर्ष में कोई महीना खाली नहीं गया है जब राहुल ने इन कारोबारियों का नाम लेते हुए मोदी पर हमला न बोला हो।

(जेपी सिंह वरिष्ठ पत्रकार और कानूनी मामलों के जानकार हैं)

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