बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नवादा जिले के हिसुआ में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और उनकी कार्य प्रणाली पर कई सवाल उठाए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि बिहार आकर पीएम झूठ मत बोलें। वह यहां आकर किसानों, सैनिकों और मजदूरों के आगे सर झुकाने की बात करते हैं, लेकिन काम अडानी और अंबानी का करते हैं। उन्होंने रोजगार का सवाल भी उठाया। चीन के बारे में प्रधानमंत्री की दोहरी नीति की भी राहुल गांधी ने आलोचना की। उन्होंने कहा कि चीनी सैनिक देश के अंदर बैठे हैं। प्रधानमंत्री बताएं कि उन्हें बाहर कब फेंकेंगे।
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री बिहार आकर उल्टे-सीधे झूठ मत बोलिए। बिहार के लोगों को आप ये बताइए कि आपने उनको रोज़गार कितना दिया और कब? पिछले चुनाव में बोला था, दो करोड़ युवाओं को रोज़गार दूंगा। पीएम कहते हैं कि किसानों के सामने मैं सिर झुकाता हूं। सेना के सामने मैं सिर झुकाता हूं। मज़दूरों के सामने मैं सिर झुकाता हूं। छोटे व्यापारियों के सामने मैं सिर झुकाता हूं। घर जाते हैं और अंबानी, अडानी का काम करते हैं। भाषण आपको देंगे, सिर झुकाएंगे आपके सामने, मगर जब काम करने का समय आएगा, तब फिर काम किसी और का करेंगे।
राहुल ने कहा कि बिहार के जो हमारे सैनिक शहीद हुए, उनके सामने प्रधानमंत्री अपना सिर झुकाते हैं। नरेंद्र मोदी जी ने कहा, पूरा देश बिहार के शहीदों के सामने सिर झुकाता है। मगर सवाल ये नहीं है। सवाल सिर झुकाने का नहीं है, सवाल दूसरा है। जब बिहार के युवा सैनिक शहीद हुए, उस दिन हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने क्या कहा और क्या किया? सवाल ये है।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं लद्दाख गया हूं। लद्दाख में हिंदुस्तान की सीमा है और उस सीमा पर बिहार के, उत्तर प्रदेश के, बाकी प्रदेशों के युवा अपना खून-पसीना देकर हिंदुस्तान की सीमा रेखा, भारत की जमीन की रक्षा करते हैं। लद्दाख में ऐसी जगह है, जहां -20, -25, -30 डिग्री सेल्सियस का टेंपरेचर है। ऐसी जगह है, जहां हमारे सैनिकों को 10-15 दिन पोस्ट तक पहुंचने के लिए चलना पड़ता है। सियाचिन में हमारे युवा, कड़ी ठंड सहन करते हैं, मगर वापस नहीं आते। भूखे रह लेते हैं, वापस नहीं आते। उन्होंने आजादी के दिन के बाद से हिंदुस्तान की सीमा की रक्षा की है। जब चीन की सेना ने हमारे 20 सैनिकों को शहीद किया और 1200 किलोमीटर हिंदुस्तान की जमीन चीन ने ले ली। चीन की सेना हिंदुस्तान की सीमा के अंदर है। सवाल ये है कि जब चीनी हमारी जमीन के अंदर आए, तो हमारे प्रधानमंत्री ने हमारे वीरों का अपमान करते हुए ये क्यों बोला कि हिंदुस्तान के अंदर कोई नहीं आया?
राहुल गांधी ने कहा कि चीन के सैनिक जो हिंदुस्तान के अंदर बैठे हैं, उनको आप बाहर कब निकालेंगे, सवाल ये है। आप सिर झुकाने की बात मत कीजिए। आप हमारे वीर सैनिकों को ये बताइए कि चीन को आप हिंदुस्तान के बाहर कब फेंकेंगे?
राहुल गाधी ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए लोगों से सवाल पूछा कि नोटबंदी का फायदा हुआ आपको? आप बैंक के सामने खड़े हुए। धूप और बारिश में खड़े हुए। आपने अपना पैसा बैंक में डाला। आपका वह पैसा कहां गया? हिंदुस्तान के सबसे अमीर लोगों की जेब के अंदर। आपसे कहा था काले धन के खिलाफ लड़ाई है। अडानी जी बैंक के सामने खड़े थे क्या? अंबानी जी बैंक के सामने खड़े दिखे आपको, नहीं, वो एसी कमरे में थे। आपका पैसा छीना और उनका कर्जा माफ किया।
राहुल गांधी ने कहा कि हमारी सरकार थी तो 70 हजार करोड़ रुपये किसानों का कर्जा माफ किया था। पंजाब में हमारी सरकार ने किसानों का कर्जा माफ किया। मध्य प्रदेश में सरकार बनी, मध्य प्रदेश में कर्जा माफ किया। छत्तीसगढ़ में कर्जा माफ किया। प्रधानमंत्री नोटबंदी पर नहीं रुके। उसके बाद जीएसटी लागू किया। सब छोटे व्यापारियों को खत्म कर दिया। किसके लिए, हिंदुस्तान के सबसे अमीर लोगों के लिए। भाइयों और बहनों, आप समझो रास्ता साफ किया जा रहा है। अंबानी और अडानी के लिए नरेंद्र मोदी जी रास्ता साफ कर रहे हैं। किसानों को, मज़दूरों को परे कर रहे हैं। छोटे दुकानदारों को परे कर रहे हैं। आने वाले समय में आपका पूरा का पूरा धन हिंदुस्तान के दो-तीन पूंजीपतियों के हाथ में हो जाएगा। आपसे आपके खेत छीन लिए जाएंगे और इनके हाथ में चले जाएंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि किसानों पर आक्रमण करने के तीन नए कानून बनाए। बिहार में उन्होंने इसे पहले लागू कर दिया था। अब ये पूरे देश में लागू कर रहे हैं। यहां पर उन्होंने मंडी खत्म की। एमएसपी खत्म की। अब ये पूरे देश में मंडियों को, एमएसपी को खत्म कर रहे हैं। लाखों लोगों को बेरोज़गार करने जा रहे हैं। जहां भी जाते हैं, आपसे झूठ बोलते हैं। हिंदुस्तान की जमीन किसी ने नहीं ली, लाखों लोगों को मैंने रोज़गार दिया। किसानों के साथ प्रधानमंत्री हूं, खड़ा हूं, मगर काम सिर्फ उन दोनों लोगों का होता है। एयरपोर्ट, रेलवे लाइन, आपके खेत, माईन्स, जो भी उनको चाहिए नरेंद्र मोदी जी देते हैं। आप लोग देखते रह जाते हैं।
राहुल गांधी ने लोगों से कहा कि अब नरेंद्र मोदी जी के हाथ में, नीतीश जी के हाथ में चाबी नहीं है। अब चाबी आपके हाथ में है, जो निर्णय आप लेंगे, वो बिहार में होने जा रहा है और अब इनको हराना है। बिहार के लिए, बिहार के विकास की सरकार, बिहार के किसानों की, मज़दूरों की सरकार, अब बिहार में लानी है।
राहुल गांधी ने सभा में कहा कि कोरोना हुआ, नरेंद्र मोदी जी ने कहा 22 दिन में लड़ाई जीती जाएगी। बिहार के सब मज़दूरों को दिल्ली से बाकी प्रदेशों से भगा कर बिहार भेजा। जब आप पैदल आए, जब आप पैदल आ रहे थे, जब आप भूखे थे, जब आप प्यासे थे, तो नरेंद्र मोदी जी क्या कह रहे थे? उन्होंने सवाल किया कि नरेंद्र मोदी जी ने आपकी मदद की, बिहार के मज़दूरों की मदद की? मज़दूरों के सामने सिर झुकाते हैं, मगर जब समय आता है, तो मदद नहीं करते। आप भूखे-प्यासे मरें, आप हजारों किलोमीटर चलें। नरेंद्र मोदी जी ने आपको ट्रेन नहीं दी। बस नहीं दी।
नरेंद्र मोदी जी ने आपसे कहा- भूखे हो तो क्या हुआ, प्यासे हो तो क्या हुआ, हजारों-किलोमीटर चलो, मर जाओ, पिस जाओ, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। सच्चाई आपको पहचाननी पड़ेगी, क्योंकि जब आप सच्चाई पहचानोगे तब ये प्रदेश आगे बढ़ेगा और मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार बिहार सच्चाई को पहचानने जा रहा है। इस बार बिहार नरेंद्र मोदी जी को, नीतीश कुमार को जवाब देने जा रहा है। सही जवाब इस बार मिलेगा नरेंद्र मोदी जी को।