Saturday, April 20, 2024

योगी के रामराज्य में चीरहरण और सीताहरण

योगी के राज में उत्तर प्रदेश में कल सीताहरण और चीरहरण दोनों एक साथ घटित हुये। दरअसल उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान गैर-भाजपाई महिला प्रत्याशियों के साथ अपहरण से लेकर चीरहरण तक की घटनाओं को अंजाम दिया गया। और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि प्रदेश में रामराज्य आ गया है।

लखीमपुर खीरी जिला में ब्‍लॉक प्रमुख नामांकन के दौरान आरोप है कि सपा प्रत्याशी रीतू सिंह का नामांकन भाजपा समर्थकों ने नहीं होने दिया। ब्‍लॉक में दाखिल हो रहीं प्रत्याशी की प्रस्तावक अनीता को भाजपाई सदस्यों ने सड़क पर घेरकर उनके साथ मारपीट की। इसके बाद सपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष क्रांति कुमार सिंह को गेट से बाहर खींच लिया गया, और उनको बंधक बनाने की कोशिश की गयी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। सपा की महिला प्रत्याशी रीतू सिंह ने आरओ के सामने पर्चा भरकर दिया। लेकिन अंदर घुसे भाजपा समर्थकों ने आरओ के सामने से पर्चा छीनकर फाड़ दिया। और रीता सिंह को पीटा भी। ग़ज़ब ये कि यह सब पुलिस प्रशासन के सामने हुआ।

वहीं इटावा जिले के चकरनगर ब्लाक प्रमुख पद के लिए नामांकन के दौरान हुए झगड़े के सिलसिले में समाजवादी पार्टी उम्मीदवार सुनीता देवी समेत आठ लोगों के ख़िलाफ़ कई धाराओं में मुदक़मा दर्ज़ कराया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह मुक़दमा भाजपा उम्मीदवार के पति राकेश यादव ने चकरनगर थाने में दर्ज़ कराया है। मुक़दमा दर्ज़ होने के बाद पुलिस ने देर रात आरोपियों की तलाश में छापेमारी की लेकिन फिलहाल कोई आरोपी पुलिस की जद में नहीं आया। बता दें कि गुरुवार को नामांकन के वक्त सपा और भाजपा कार्यकत्ताओं के बीच हुए झगड़े में कई लोग घायल हो गये, जिसमें भाजपा उम्मीदवार का पति राकेश यादव भी शामिल था। राकेश यादव की शिकायत पर पुलिस ने चकरनगर थाने में समाजवादी पार्टी समर्थित प्रत्याशी सुनीता देव के अलावा शिव किशोर यादव,बृज किशोर यादव,गोविंद यादव, अमोल सिंह ,बृजेंद्र सिंह, लंकू यादव, किशन वीर सिंह के खिलाफ धारा 147,148,149,323,307,342 और 427 के तहत मुक़दमा दर्ज़ कराया गया।

बहराइच में महिला प्रत्याशी के अपहरण की कोशिश

बहराइच जिला में शिवपुर ब्लॉक के दीनापुरवा गांव में गुरुवार की देर रात दो लग्जरी वाहनों में सवार लोग पहुंचे और महिला बीडीसी के अपहरण की कोशिश की। घटना का विरोध करने पर हमलावरों ने बीडीसी सदस्य के जेठ की हत्या करके मौके से फरार हो गये। पीड़ित पक्ष ने भाजपा समर्थित महिला ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी के पति सहित पांच लोगों को नामजद किया है। घटना की जानकारी मिलते ही शुक्रवार को सुबह एसपी मौके पर पहुंचकर मृतक के परिजनों से घटना की जानकारी ली और कार्रवाई का आश्वासन देकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

बता दें कि खैरीघाट थाने के ग्राम रायगंज के मजरे दीनापुरवा से इस बार क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर यदुराई देवी पत्नी सुंदर लाल निर्वाचित हुई हैं। गुरुवार रात लगभग दो बजे दो लग्जरी वाहनों से एक दर्जन लोग पहुंचे। उस समय यदुराई का पति घर पर नहीं था और उसका देवर पिपरमिंट टंकी पर गया था। हमलावरों ने यदुराई के दरवाजे पर दस्तक दी। जब दरवाजा खोल कर महिला बीडीसी का जेठ मायाराम (52 वर्ष) और उनके पीछे यदुराई देवी बाहर निकले। भाजपा प्रत्याशी के भेजे हुये गुंडे महिला बीडीसी यदुराई देवी का अपहरण करने की योजना के तहत उन्हें जबर्दस्ती अपने वाहन में खींचने लगे। भगवा गुंडों की नीयत जान जेठ मायाराम उन सबसे भिड़ गए। हमलावरों ने उन पर हमला कर दिया। यदुराई देवी के घर चीख पुकार मचने पर गांव के लोग इकट्ठा होने लगे, तो गुंडे अपने वाहन में सवार होकर भाग निकले। लहूलुहान मायाराम को एक निजी क्लीनिक पर ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर एसएचओ विमलेश कुमार सिंह, बैवाही पुलिस चौकी प्रभारी राम गोविंद वर्मा पहुंचे। शुक्रवार को सुबह एसपी सुजाता सिंह भी मौके पर पहुंच गईं। एसपी ने बताया कि मृतक के भाई राम सागर की तहरीर पर शिवपुर निवासी सुधीर यज्ञसैनी सहित पांच को हत्या की धाराओं में नामजद किया गया है।

पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह ने बताया कि गुरुवार की रात करीब दो बजे थाना खैरीघाट के दीनापुरवा में बीडीसी सदस्य यदुराई देवी के घर पर ब्लॉक प्रमुख उम्मीदवार के पति सुधीर यज्ञसेनी ने अपने साथियों के साथ आकर मायाराम के साथ मारपीट की, जिसमें उनकी मृत्यु हो गई। हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। घटना के खुलासे के लिए चार टीमें लगाई गई हैं। दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। इस प्रकरण को अत्यन्त गंभीरता से लिया गया है। दोषियों के विरुद्ध एनएसए के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।

फतेहपुर में महिला प्रत्‍याशी और अधिवक्‍ता से मारपीट

फतेहपुर जिले के तेलियानी ब्लाक में भी नामांकन के दौरान समाजवादी पार्टी की महिला प्रत्याशी से मारपीट और बदसलूकी हुयी। कल भाजपा समर्थित प्रत्याशी पुष्पा देवी, समर्थकों के साथ नामांकन के लिए पहुंची थीं। नामांकन के बाद भाजपाई गेट के बाहर नारेबाजी कर रहे थे, उसी दौरान सपा प्रत्याशी आशा देवी, कुछ समर्थकों और अधिवक्ता के साथ जा रही थीं। सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि नारेबाजी कर रहे लोगों ने उनकी पार्टी की प्रत्याशी और समर्थकों को रास्ते में रोक कर धक्का-मुक्की शुरू कर दी। उपद्रव कर रहे लोगों ने सपा नेताओं के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।

देवरिया में मारपीट, पर्चा फाड़ा गया

देवरिया के भागलपुर में भी ब्लॉक प्रमुख पद के नामांकन के दौरान गुरुवार को करीब सवा 12 बजे सपा प्रत्याशी रीमा देवी अपने पति चंद्रशेखर प्रसाद के साथ भागलपुर में नामांकन करने पहुंची। उन्हें देख पहले से लामबंद भाजपा प्रत्याशी के समर्थक हंगामा करते हुये सपा प्रत्याशी रीमा देवी व उनके पति तथा समर्थकों को दौड़ा लिया। उनके साथ मारपीट की गयी। सपा प्रत्याशी के पति का कुर्ता फाड़ दिया गया और उनका मोबाइल छीन लिया गया। पुलिस ने लाठी भांज कर उपद्रवियों को खदेड़ते हुए किसी तरह से सपा प्रत्याशी की जान बचाकर उन्हें अपने घेरे में लिया और नामांकन स्थल तक पहुंचाया।

जौनपुर में कई गाड़ि‍यों में तोड़फोड़

जौनपुर के जलालपुर ब्लॉक में भाजपा से ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी कमलेश कुमारी के समर्थन में केराकत से भाजपा के विधायक दिनेश चौधरी के प्रतिनिधि लाल प्रताप सिंह बुधवार की रात अपने गांव रेहटी में घर पर 11 बजे 10-12 लोगों के साथ बैठे थे। निर्दलीय महिला प्रत्याशी बादामा देवी का आरोप है कि भाजपा प्रत्याशी लाल प्रताप सिंह ने बीडीसी सदस्यों को अपने घर में बैठाया था। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहा सुनी और विवाद बढ़कर मारपीट और हिंसा का रूप ले लिया। ग्रामीणों का आरोप है कि घटना की सूचना देने के दो घंटे बाद पुलिस पहुंची।

लखीमपुर खीरी में नामांकन के दौरान गुरुवार को सपा प्रत्याशी की महिला प्रस्तावक से बदसलूकी मामले में घिरने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीओ मोहम्मदी और पसगवां इंस्पेक्टर को तत्काल सस्पेंड करने के निर्देश दिये हैं। सीएम योगी ने कहा कि पूरे मामले की जांच जाएगी। इसके आदेश भी दे दिए गए हैं। अन्य आरोपियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सीएम योगी ने अतिरिक्त पुलिस बल और सतर्कता और संवेदनशीलता बरतने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि असलहा आदि का प्रदर्शन करने वालों के हथियार जब्त करके आवश्यक कार्रवाई भी की जाए। उधर दूसरी ओर महिला प्रस्तावक से बदसलूकी मामले में लखीमपुरखीरी डीएम अरविंद कुमार चौरसिया ने कहा कि शासन के आदेश के बाद जिला स्तर से मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मामले को लेकर चुनाव आयोग को भी एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी गई है। जांच के लिए दो लोगों को नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार कार्रवाई जारी है।

भाजपाई महिलायें सीता सावित्री है, गैरभाजपाई महिलायें शूपर्णखा, और राक्षसी

भारत माता, गौ माता के लिये मार-काट मचाने वाले भाजपाई और संघी अपनी मूल चेतना और सोच में महिला विरोधी होते हैं। उनके लिये घर की महिलायें चरित्रवान और दूसरे घरों की महिलायें दुष्चरित्र, राक्षसी और वेश्या होती हैं। कल उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में ब्ल़ॉक प्रमुख पद के लिये चुनावी नामांकन के दौरान गैरभाजपाई महिला प्रत्याशियों के साथ जो बदसलूकी की गयी वो कोई नयी बात नहीं है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिला विरोधी हैं और विपक्षी दलों की महिलाओं को लेकर उनकी सोच और नज़र दोनों अच्छी नहीं है। फिर चाहे उनके द्वारा चुनावी मंच से कांग्रेस नेता शशि थरूर की जीवनसंगिनी मरहूम सुनंदा पुष्कर के बारे में 50 करोड़ की गर्लफ्रैंड बताने वाली टिप्पणी हो, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को जर्सी गाय बताना हो, चाहे सदन में कांग्रेस नेत्री रेणुका चौधरी की हँसी को शूपर्णखा की हँसी बताया था।

वहीं सूबे के वर्तमान मुख्यमंत्री और प्रदेश में महिला विरोधी रामराज्य लाने वाले योगी आदित्यनाथ भी कम नहीं हैं। वो नागरिकता क़ानून पर विरोध कर रही मुस्लिम महिलाओं को चौराहे पर बैठाकर मुस्लिम पुरुष घर में रजाई ओढ़कर सो रहा है। इतना ही नहीं योगी की मौजदूगी में उनके मंच से मुस्लिम महिलाओं को कब्र से निकालकर बलात्कार करने का बयान दिया जाता है और वो मुस्कुराते हैं। भाजपा नेताओं पर बलात्कार के आरोपों को वो अपने पॉवर का इस्तेमाल करके खत्म कर देते हैं। और तो और वो बयान देते हैं कि यदि वो (मुस्लिम) एक हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन करवाते हैं तो हम 100 मुस्लिम लड़कियों का धर्म परिवर्तन करवायेंगे।

ऐसे कई दस्तावेज हैं, जिसमें योगी आदित्यनाथ ने खुलकर महिलाओं के ख़िलाफ़ लिखे बोले हैं।

भारतीय न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने 21 जून 2016 को एक रिपोर्ट जारी की थी। जिसमें आदित्यनाथ ने कहा “भारत में ईसाई धर्म को फैलाने की साजिश टेरेसा ने की थी। ईसाईकरण के कारण ही नॉर्थ ईस्ट के कई राज्यों में जैसे अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय, नगालैंड में अलगाववादी आंदोलन हो रहे हैं।”

योगी ने अपनी वेबसाइट (www.yogiadityanath.in ) पर हिंदी में लिखा है कि उनका मानना है महिलाओं को जन्म से लेकर मृत्यु तक पुरुषों की सुरक्षा की ज़रुरत होती है। केवल महिलाओं की शक्ति को नियंत्रित करने से महान पुरुषों के जन्म और पालन पोषण को बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने महिला आरक्षण बिल का भी जोरदार विरोध करते हुये कहा था कि महिलाओं को पहले से ही कई जगहों पर आरक्षण मिला हुआ है। पहले हमें इसका आकलन करना होगा की ग्राम सभा, पंचायत और लोकल बॉडीज में इसका प्रभाव पड़ा है या नहीं। फिर उनसे पूछा जाए कि वो जब पब्लिक लाइफ या फिर राजनीतिक जीवन में होती है तो क्या वो एक बहन, बेटी या फिर एक मां के रोल के महत्व को तो नहीं खोतीं।

आदित्यनाथ ने अपने एक निबंध में कहा है कि “अगर पुरुष स्त्रियों की तरह गुण प्राप्त करते हैं तो वे भगवान होते हैं, लेकिन जब औरत पुरुषों की तरह गुण प्राप्त करती हैं तो वे ‘राक्षस’ बन जाती हैं।’ वैसे भी योगी ने अपने कैबिनेट में कुछ ही महिलाओं को शामिल किया है।”

आदित्यनाथ नारीवाद से चिढ़ते हैं। वो कहते हैं कि पश्चिमी दुनिया से तूफ़ान की तरह आया महिलाओं की ‘स्वतंत्रता’ का आदर्श, औरतों का विनाश कर देगा। ये घर और परिवार को उजाड़ देगा। इससे राष्ट्र और मातृभूमि का शानदार पुनर्निर्माण रुक जाएगा।

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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