IFFCO फूलपुर में बॉयलर फटने से 12 से अधिक मजदूरों की मौत हो गई है। जबकि अभी भी कई मजदूरों के बॉयलर के नीचे दबे होने की सूचना है।
हालांकि अभी कोई पुष्ट सूचना IFFCO कोऑपरेटिव प्रबंधन की ओर से नहीं दिया जा रहा है। घटना आज दोपहर 01 बजकर 15 मिनट पर घटित हुई। डेढ़ दर्जन से अधिक घायल मजदूरों को इलाहाबाद में विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

जिन-जिन मजदूरों का पता नहीं चल पा रहा है उनके परिजन IFFCO Gate के पास पहुंचे हैं। IFFCO कारखाना का गेट बंद कर दिया गया है।
मृतकों में पाली गांव के प्रदीप यादव (38 वर्ष) और राजकुमार नामक एक मजदूर की पहचान हो पाई है।
प्रदीप यादव गुजरात में किसी कंपनी में काम करता था। पिछले साल लॉकडाउन के चलते वो गुजरात में ही फँसा रह गया था। जुलाई महीने में उसके 10 वर्षीय बेटे की सर्पदंश से मौत के बाद वो अपने गांव लौटा था और IFFCO कारखाने में काम कर रहा था।
पॉवर प्लांट का चार नंबर बॉयलर फटा है। ये बॉयलर गैस से चलता था। इस एक बॉयलर से यूरिया-1 और यूरिया -2 में कुल मिलाकर तीन प्लांट इस एक बॉयलर से चलाया जा रहा था। जिससे बॉयलर पर अतिरिक्त लोड था। यूरिया प्लांट और अमोनिया प्लांट में 05 मार्च से ब्रेकडाउन चल था। पिछले साल कोविड-19 के चलते बॉयलर की मरम्मत का काम नहीं हो सका था।

बॉयलर फटने की तीव्रता का अंदाजा इस से लगाया जा सकता है कि पॉवर प्लांट में फटे बॉयलर के चीथड़े 200 मीटर दूर यूरिया प्लांट तक पहुंचे जिससे यूरिया प्लांट में भी दो मजदूर घायल हो गये।
दुर्घटना के बाद से ही स्थानीय दूरसंचार सेवाएं बाधित है।
इससे पहले 22 दिसंबर 2020 को यूरिया प्लांट में वॉल फटने से अमोनिया गैस लीक होने से 02 अधिकारियों की मौत हो गई थी।