विज्ञापन की शूटिंग करने पंजाब गए बीजेपी सांसद रवि किशन को ग्रामीणों ने बैरंग लौटाया

भोजपुरी अभिनेता और भाजपा सांसद रवि किशन को कल मंगलवार को पंजाब से उस वक्त बैरंग लौटना पड़ा जब रूपनगर जिले के ग्रामीणों ने उन्हें घेर कर उनकी शूटिंग रोक दी और उनका विरोध करना शुरू कर दिया। बता दें कि भाजपा सांसद रवि किशन पंजाब के रूपनगर जिले के मोरिंडा क्षेत्र के गांव ढंगराली में एक विज्ञापन फिल्‍म की शूटिंग करने पहुंचे थे लेकिन तीन केंद्रीय कृषि क़ानूनों का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने न सिर्फ़ उनकी शूटिंग रोक दी बल्कि उन्हें वापस खदेड़ कर ही दम लिया।

जानकारी के मुताबिक बीजेपी सांसद रवि किशन एक फिल्मी टीम लेकर मोरिंडा के निकटवर्ती गांव खैरपुर और ढंगराली में  शूटिंग करने के लिए पहुंचे थे। ढंगराली गांव के लोगों को जब पता चला कि उनके गांव में भाजपा का सांसद किसी विज्ञापन फिल्म की शूटिंग करने आया है तो वो उनका विरोध करने के लिये घरों से निकल पड़े। गांव के नौजवान किसानों ने रवि किशन व उनकी फिल्म टीम का विरोध करते हुए मोदी सरकार के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाजी की। हालात बिगड़ते देख रवि किशन को तुरंत ही गांव से वापस जाना पड़ा।

खैरपुर गांव के निवासियों के मुताबिक उनके गांव खैरपुर में एक मकान को शूटिंग के लिए सजाया गया था और मकान मालिक को चालीस हजार रुपये देना तय हुआ था। गांव के नौजवानों ने शूटिंग करने वालों का विरोध करते हुए कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे के अगुवाई में पंजाब के हर गांव का एक सदस्य दिल्ली मोर्चे पर बैठा है, लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार उनकी सुनने के बजाय उन्हें देशद्रोही और खालिस्तानी बताने पर तुली हुयी है।

खैरपुर गांव के निवासियों ने विज्ञापन शूटिंग करने आयी टीम के लोगों से जब पूछा कि वे किसकी इज़ाज़त से उनके गांव आये हैं तो उन लोगों ने प्रत्युत्तर में आक्रोशित गांववालों को बताया कि उन्हें ढंगराली के सरपंच गुरप्रीत सिंह बाठ ने इज़ाज़त दी है। यह बात सुनते ही नाराज़ ग्रामीण युवा सरपंच गुरप्रीत सिंह बाठ के घर पहुंच गए और उनके ख़िलाफ़ भी जमकर नारेबाजी की। सरपंच गुरप्रीत सिंह बाठ ने अपनी सफाई में ग्रामीणों से कहा कि उन्हें नहीं पता था कि शूटिंग करने वाले भाजपा के लोग हैं। उन्होंने शूटिंग करने वालों को इज़ाज़त नहीं दी। शूटिंग सिर्फ़ खैरपुर में ही हुयी थी और ढंगराली में शूटिंग नहीं हुई। शूटिंग करने आये भाजपा कार्यकर्ताओं या नेताओं से उनका कोई लेना देना नहीं है।

वहीं ग्रामीणों के विरोध के बाद जल्द ही, स्थानीय एसएचओ बलजिंदर कौर के नेतृत्व में एक पुलिस दल मौके पर पहुंच गया। एसएचओ बलजिंदर कौर ने मीडिया को बताया कि उन्हें मंगलवार की सुबह रवि किशन का सुरक्षा कार्यक्रम मिला। हालांकि मौके पर पहुंचने पर पता चला कि वह वहां एक फिल्म की शूटिंग के लिए गए थे। एसएचओ ने मीडिया से कहा कि जब निर्देशक से शूटिंग की अनुमति से संबंधित दस्तावेज मांगे गए, तो वह इसे पेश नहीं कर सके और इसके बाद उन्हें वापस जाने के लिए कहा गया।

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