गांगलूर भी बना सिलगेर, बस्तर में दर्जनों गांव के सैकड़ों आदिवासी उतरे सड़क पर

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सड़क व पुलिस कैंप के विरोध सहित एडसमेटा में हुए नरसंहार की न्यायिक जांच रिपोर्ट आने के बाद उसे परिजनों के सामने बताने व दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर दर्जनों गांव के सैकड़ों ग्रामीण लामबंद हुए हैं। पिछले 2 दिनों से जिले के धुर नक्सल प्रभावित इलाके गांगलूर में ग्रामीण आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलनरत ग्रामीणों ने कहा कि, एडसमेटा सहित बस्तर में हुए सभी नरसंहारों में मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ व घायलों को 50-50 लाख रुपए का मुआवजा सरकार दे। नहीं तो हम इसी तरह आंदोलन करते रहेंगे।

ग्रामीणों ने कहा कि पुसनार, मनकेली में सुरक्षाबलों का कैंप व सीसी सड़क प्रस्तावित है। यदि यहां कैंप खुलता है और सड़क बनती है तो पुलिस गांव-गांव में घुसेगी। ग्रामीणों को परेशान करेगी। निर्दोष ग्रामीणों को नक्सली बता कर या तो उनकी हत्या करेगी या फिर गिरफ्तारी कर जेल में डाल देगी। ग्रामीणों ने कहा कि हमें इलाके में सड़क व पुलिस कैंप दोनों नहीं चाहिए। यहां पुलिस कैंप व सड़क नहीं बनाने के लिए कई बार जिला प्रशासन से भी मांग की है, लेकिन हमारी कोई सुनवाई अब तक नहीं हुई है। ग्रामीणों ने अब छत्तीसगढ़ की राज्यपाल को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है।
राशन बर्तन लेकर पहुंचे हैं ग्रामीण

गांगलूर में आंदोलन में शामिल होने के लिए पुसनार, मनकेली, गांगलूर सहित आस-पास के दर्जनों गांव के सैकड़ों ग्रामीण पहुंचे हैं। जिन्होंने नारेबाजी के साथ रैली भी निकाली है। वहीं ग्रामीण अपने साथ राशन सामग्री और बर्तन भी लेकर आए हैं। बताया जा रहा है कि सिलगेर की तरह अब गांगलूर में भी ग्रामीण मांगें पूरी नहीं होने तक डेरा डालने के इरादे में हैं। फिलहाल रविवार को भी ग्रामीणों का आंदोलन जारी है।

ग्रामीणों की मांगें-
1-जिले के पुष्कर में नया पुलिस कैंप प्रस्तावित है इस आदेश को तुरंत वापस लिया जाए।
2-बैलाडीला की खदान को लूटने के लिए पुसनार में सीसी सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है जिसे तुरंत बंद किया जाए।
3-आदिवासियों के जल जंगल जमीन को हड़पना बंद करें।
4-निर्दोष आदिवासी बुजुर्गों महिलाओं व छात्र-छात्राओं को अत्याचार मारपीट कर जेलों में ठूसना व उनकी हत्या करना बंद करें।
5-पुसनार में काराम जीलो की बहन काराम मंगली को पुलिस द्वारा जबर्दस्ती गांगलूर से बीजापुर अस्पताल भेजकर जहर के इंजेक्शन के जरिये उसकी हत्या की गयी है जिसमें टीआई पवन वर्मा का हाथ है। इसकी तुरंत न्यायिक जांच की जाए।
6-चेरपाल के पोटा केबिन में पढ़ने वाले छात्रों को नक्सली बताकर पुलिस ने गिरफ्तार किया है उन्हें तुरंत रिहा किया जाए।

(बस्तर से जनचौक संवाददाता तामेश्वर सिन्हा की रिपोर्ट।)

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