रात में कर्फ्यू और दिन में रैलियों में लाखों का जमावड़ा! ये कैसा दोहरापन?: वरुण गांधी

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भाजपा सांसद वरुण गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दोहरी नीतियों पर सवाल उठाया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि “रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना – यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है। उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें ईमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन”।

गौरतलब है कि योगी सरकार ने कोरोना के सबसे संक्रामक ओमिक्रॉन वैरियंट से रोकथाम के लिये नाइट कर्फ्यू (रात्रि 11 से सुबह 5 बजे तक) लगाया है। जबकि दिन में भाजपा नेता मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री ताबड़तोड़ रैलियां और रोड शो कर रहे हैं।

सीपीआईएम नेता सीतारमण येचुरी ने सवाल किया है कि जब काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया जा रहा था तब क्या कोविड-19 नहीं था? तथ्य यह है कि भाजपा को डर है कि वह यूपी में हार जाएगी और वह इसका सामना नहीं करना चाहती।

बता दें सीताराम येचुरी कल असम के प्रख्यात कम्युनिस्ट नेता नंदेश्वर तालुकर के जन्म शताब्दी समारोह के कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने चुनाव आयोग से 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव को स्थगित करने पर विचार करने का अनुरोध किया है क्योंकि देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट मामले बढ़ रहे हैं।

वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शनिवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है कि जिन राज्यों में ओमिक्रॉन के नए मामले ज्यादा आ रहे हैं तथा टीकाकरण की रफ्तार धीमी बनी हुई है वहां उन्होंने अपनी टीम भेजी है। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश भी शामिल है। उत्तर प्रदेश के अलावा केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, कर्नाटक, बिहार, झारखंड और पंजाब अन्य राज्य हैं। केंद्र की टीम राज्यों में तीन या पांच दिन रहेगी। ये टीमें राज्यों के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक कर टीकाकरण बढ़ाने, कोरोना प्रोटोकाल का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने तथा जांच आदि तेज करने को लेकर रणनीति तैयार करेंगी।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

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