बस्तर के चिलकापल्ली में हुए माओवादी मुठभेड़ पर भी उठे सवाल

बस्तर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में पुलिस – माओवादी मुठभेड़ सवालों के घेरे में है। छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्रान्तर्गत बीजापुर में 27 सितम्बर को आवापल्ली थाना क्षेत्र के चिलकापल्ली और पाउरगुड़ा के जंगल मे पुलिस-माओवादी मुठभेड़ पर अब सवाल उठ रहे हैं,  पुलिस की तरफ से मुठभेड़ के साथ एक मिलिशिया सदस्य मुचाकी भीमा के दाएं पैर में गोली लगने का दावा किया गया था, जिसका उपचार इस समय जिला अस्पताल में चल रहा है। इस पूरी मुठभेड़ पर अब स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने सवाल उठाए हैं।

घटना के एक दिन बाद जिला पंचायत सदस्य जानकी कोरसा, जनपद सदस्य शंकरिया माड़वी के नेतृत्व में स्थानीय कुछ जनप्रतिनिधियों का दल पाऊरगुड़ा गांव पहुँचा, ग्रामीण उन्हें गांव के नजदीक खेत में लेकर पहुंचे, जहां मुचाकी को फर्जी तरीके से गोली मारने का आरोप ग्रामीणों के साथ परिजनों ने लगाया। परिजनों और गांव के लोगों से चर्चा के बाद दल का नेतृत्व कर रही जिला पंचायत सदस्य जानकी ने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए कहा कि जिसे गोली लगी है, वह शख्स निर्दोष है, उसका नक्सलियों से कोई वास्ता नहीं है। पुलिस एक निर्दोष आदिवासी को नक्सली बताने पर उतारू है।

जानकी की तरह घायल भीमा के परिजनों का भी यही कहना था, परिजनों के मुताबिक वह अपने खेत में काम कर रहा था, तभी पुलिस ने उस पर गोली दाग दी और उसे नक्सली बता कर जेल भेजने की तैयारी है।

इधर, पुलिस की तरफ से (सोशल मीडिया पर जारी प्रेस नोट में) भीमा को मिलिशिया सदस्य बताने के साथ गत वर्ष गिट्टी खदान में खड़ी गाड़ियों में आगजनी का आरोपी भी बताया है। बहरहाल जनप्रतिनिधियों ने पूरे मामले में भीमा को निर्दोष बताते न्याय दिलाने सड़क पर उतरने की बात कही है। 

पुलिस का दावा 

बस्तर में एंटी नक्सल ऑपरेशन पर जाने वाले जवानों पर अक्सर फर्जी गिरफ्तारी, फर्जी एनकाउंटर, आदिवासियों का शोषण और लूटपाट के आरोप लगते रहते हैं। ताजा मामला बीजापुर जिले से निकलकर सामने आया है। 27 सितंबर 2022 को बस्तर पुलिस ने एक प्रेस नोट जारी कर दावा किया था कि, आवापल्ली थाना क्षेत्र के चिलकापल्ली और टेकमेटला के जंगलों में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में गोली लगने से एक माओवादी घायल हुआ है। घायल माओवादी की शिनाख्त मुचाकी भीमा के रूप में की गई। साथ ही घटनास्थल से 01 नग SBML, कोर्डेक्स वायर, पटाखा, माओवादी साहित्य और अन्य सामग्री बरामद किया गया। 

इस एंटी नक्सल ऑपरेशन में DRG, STF, CRPF 196 और 229 बटालियन के जवानों की संयुक्त टीम निकली हुई थी। पुलिस द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट में आगे बताया गया है की पामेड़ डिवीजन एक्शन टीम कमांडर उमेश और प्लाटून नम्बर 9 के 10 से 15 माओवादियों की चिलकापल्ली गांव के आस-पास मौजूदगी की सूचना पर थाना उसूर से DRG और STF के साथ 196, 229 CRPF सीतापुर कैम्प का बल चिलकापल्ली, टेकमेटला की ओर निकली थी। एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान चिलकापल्ली और पाउरगुडा के बीच 27 सितंबर 2022 के लगभग 12 बजे पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ में 1 माओवादी रायगुड़ा मिलिशिया सदस्य मुचाकि भीमा के दाएं पैर के जांघ में गोली लगने से घायल हो गया। घायल के प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए जिला चिकित्सालय बीजापुर रेफर किया गया। पुलिस द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट में ये भी जानकारी दी गई है कि, घटना में पकड़े गए माओवादी मुचाकी भीमा आवापल्ली थानाक्षेत्र में 22 दिसंबर 2021 को गिट्टी खदान में लगी वाहनों में आगजनी की वारदात में शामिल था। 

(बस्तर से जनचौक संवाददाता तामेश्वर सिन्हा की रिपोर्ट।)

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