
नई दिल्ली। नफरत और घृणा की जड़ें बेहद गहरी होती जा रही हैं। दुखद बात ये है कि उसने समाज को ही नहीं बल्कि अब बाजार को भी अपने चंगुल में ले लिया है। दूसरे शब्दों में कहें तो सांप्रदायिकता का जहर अब कारपोरेट की नसों में भी बहने लग गया है। मोबाइल कंपनी एयरटेल के साथ पेश आया एक वाकया इसी बात की पुष्टि करता है। दरअसल पूजा नाम की एक कस्टमर ने डीटीएच को इंस्टाल करने के लिए एयरटेल में शिकायत की थी। शिकायत दूर करने के लिए एयरटेल ने एक मुस्लिम इंजीनियर को काम पर लगाया। इस पर पूजा ने न केवल एतराज जाहिर किया बल्कि मुस्लिम धर्म और कुरान के बारे में भी सार्वजनिक रूप से अपने ट्विटर पर अनाप-शनाप टिप्पणियां कर दी। उसके बाद एयरटेल ने पूजा की मांग पर एतराज जाहिर करने की जगह उनसे माफी मांगी और उनके कहे मुताबिक अपने कर्मचारी को बदल दिया। लेकिन जब कंपनी के इस पक्षपातपूर्ण रवैये के खिलाफ देश भर में सोशल मीडिया पर विरोध शुरू हुआ तो कंपनी पीछे हट गयी और उसने अफसोस जाहिर करते हुए न केवल माफी मांगी बल्कि सार्वजनिक रूप से सफाई भी पेश की।
दरअसल पूजा ने अपने एयरटेल डीटीएच को इंस्टाल करने के लिए कंपनी में शिकायत की थी। शिकायत को दूर करने के लिए इंजीनियर के उनके घर पहुंचने पर उन्होंने कंपनी में अपने साथ दुर्व्यवहार की शिकायत कर दी। जिसमें उन्होंने कहा कि “एयरटेल की डीटीएच कस्टमर सेवा बेहद खराब है। मैंने डीटीएच के फिर से इंस्टालेशन के लिए कहा था। लेकिन एसाइन किए गए सर्विस इंजीनियर ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया। उसके शब्द थे ‘तुम फोन रखो, दोबारा काल मत करना’ उसका नंबर है….। ये यही तरीका है जिससे एयरटेल अपने ग्राहकों को लूट रही है।”
उसके बाद एयरटेल कंपनी के आधिकारिक ट्वीट से शोएब नाम के शख्स द्वारा पूजा को जवाब दिया गया कि “हाय, मैं निश्चित तौर पर आपकी प्रतिक्रिया का सम्मान करता हूं। हम उसकी गहराई से जांच करेंगे और बहुत जल्द उससे संबंधित जानकारी हासिल कर आपसे संपर्क किया जाएगा। शुक्रिया, शोएब”
उसके बाद पूजा ने जो जवाब दिया वो किसी भी रूप में ग्राहक की नैतिकता और उसके मानदंडों पर कहीं से भी खरा नहीं उतरता था। उन्होंने कहा कि “प्रिय शोएब, जैसाकि आप एक मुस्लिम हैं और आपके काम करने की नैतिकता में मेरा कोई विश्वास नहीं है। क्योंकि कस्टमर सेवा के लिए कुरान में अलग-अलग तरीके हो सकते हैं। इसलिए शिकायत के लिए मैं एक हिंदू प्रतिनिधि को नियुक्त करने का निवेदन करती हूं।”
उसके बाद तो कंपनी का व्यवहार उससे भी ज्यादा चौंकाने वाला था। उसने न केवल पूजा की बात मानकर शोएब की जगह एक हिंदू इंजीनियर को ड्यूटी पर लगा दिया। बल्कि अपनी गलती के लिए उसने माफी भी मांगी। कंपनी के आधिकारिक ट्वीट से गगनजोत द्वारा किए गए ट्वीट में कहा गया कि “हाय, पूजा! जैसी कि बताचीत हुई थी। कृपया मुझे बताइये आपके साथ बातचीत के लिए क्या समय बेहतर होगा। उससे आगे कृपया एक वैकल्पिक नंबर साझा करिए जिससे मैं उसके जरिये आपका आगे सहयोग कर सकूं। शुक्रिया, गगनजोत।”
कंपनी के इस रुख के सामने आने के बाद सोशल मीडिया में उसकी जबर्दस्त प्रतिक्रिया हुई। और बहुत सारे लोगों ने एयरटेल की लानत-मलानत शुरू कर दी। बहुत सारे लोगों ने कंपनी का मोबाइल कनेक्शन छोड़ने तक की धमकी दे डाली।
पत्रकार रोहिणी सिंह ने कहा कि वोडाफोन में शिफ्ट करने का समय आ गया है। मैं अपना पैसा एक ऐसी कंपनी को नहीं देना चाहती जो कट्टरता को बढ़ावा दे। शर्म करो एयरटेल। आगे उन्होंने कहा कि “एयरटेल ये बहुत अच्छा नहीं है। शोएब और गगनजोत दोनों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किए जाने की जरूरत है। और उसे पूजा को बताया जाना चाहिए। उसकी कट्टरता को कत्तई बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए।
Time to shift to Vodafone. I don’t want to give my money to a company that encourages bigotry. Shame on you @Airtel_Presence https://t.co/Lz6EFVCEOJ
— Rohini Singh (@rohini_sgh) June 18, 2018
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष ओमर अब्दुल्ला ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की।
Dear @Airtel_Presence this conversation is genuine (I’ve seen the timeline myself). I refuse to pay another penny to a company that condones such blatant bigotry. I’m beginning the process of porting my number to another service provider & canceling my DTH & Broadband. pic.twitter.com/BZxJOaEsN6
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) June 18, 2018
राजनीतिक कार्यकर्ता कविता कृष्णन ने भी एयरटेल के इस रुख पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने कहा कि “एयरटेल हम भी तुम्हारे ग्राहक हैं और सार्वजनिक तौर पर तुम्हारे स्टैंड के साफ होने का इंतजार कर रहे हैं। अपने कर्मचारी शोएब का बचाव करो जिसे धर्म (गैरसंवैधानिक) के नाम पर उत्पीड़न का शिकार बनाया जा रहा है। कट्टर ग्राहक को बताओ कि तुम शोएब के साथ खड़ी हो।
Ditto. @Airtel_Presence @airtelindia we too are your customers and are waiting for you to publicly clear your stand, defend your employee Shoaib who was subjected to discrimination on grounds of religion (unconstitutional), tell the bigoted customer you stand by #Shoaib https://t.co/TDjE31HI4t
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) June 18, 2018
वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त ने कहा कि “प्रिय पूजा, जिस झंडे की फोटो आपने अपनी डीपी पर लगा रखी है- आप उसका अपमान कर रही हैं। अगर किसी भयानक कथन राष्ट्रविरोध का किसी के लिए कोई मतलब है ये संविधान का अपमान करने के चलते सबसे पहले आप पर लागू होता है।
Dear @pooja303singh that photo of our flag you have in your DP- you just let it down. If ever the horrible phrase anti national was meant for anyone; it's for you- for insulting the book that matters above all- the Constitution https://t.co/XcDia6TTJn
— barkha dutt (@BDUTT) June 18, 2018
पत्रकार और अल्टन्यूज के माडरेटर प्रतीक सिन्हा ने भी धर्म के आधार पर एयरटेल द्वारा अपने कर्मचारी के साथ पक्षपातपूर्ण व्यवहार की जमकर मजम्मत की। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि अपने कर्मचारी के साथ खड़ा होने की जगह तुमने एक कट्टरपंथी ग्राहक का तत्परता से जवाब दिया?
सोशल मीडिया पर इन दबावों के बाद एयरटेल को अपने न केवल नुकसान का एहसास हुआ बल्कि सेवा संबंधी नैतिकताओं की भी उसे याद आ गयी। उसने पांच घंटे बाद एक ट्वीट जारी कर मामले को सांप्रदायिक नजरिये से देखे जाने का खंडन किया। उसने पूजा को संबोधित ट्वीट के जरिये कहा कि “ प्रिय पूजा, हम निश्चित तौर पर ग्राहकों, कर्मचारियों और सहयोगियों के बीच धर्म और जाति के आधार पर अंतर नहीं करते हैं। और हम आपसे भी उसी तरह से देखने की अपील करते हैं। शोएब और गगनजोत दोनों हमारी ग्राहकों की समस्या निपटाने वाली टीम के सदस्य हैं।
https://twitter.com/pooja303singh/status/1008642898987048961
इस आलोचना के बाद पूजा बजाय माफी मांगने या फिर शर्मिंदा होने के उन्होंने अपने खिलाफ कुछ ट्रोलों की अभद्र टिप्पणियों को मुद्दा बनाकर कहा कि इन बातों ने साबित कर दिया है कि वो अपनी जगह पर ठीक थीं।
पूजा की प्रोफाइल ही उनके बारे में सब कुछ बताने के लिए काफी है। मैनेजमेंट प्रोफेशनल पेशे के साथ ही उसमें गर्वीली हिंदू, नेशन फर्स्ट और सेना के लिए प्रेम लिखा गया है। जो किसी भी दक्षिणपंथी सोच रखने वाले किसी शख्स की पहली पहचानों में शुमार हैं। उनके ट्वीट भी हिंदू-मुस्लिम डिस्कोर्स वाले हैं। और ज्यादातर इसी तरह के वैमनस्य, घृणा और नफरत से प्रेरित हैं। हालांकि इस दबाव का ये असर हुआ कि उन्होंने हिंदू इंजीनियर भेजे जाने के लिए एयरटेल को संबोधित अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया।
https://twitter.com/akashbanerjee/status/1008731107318292480
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