महाराष्ट्र में संकट टला लेकिन सवाल अब भी शेष हैं!

भारत के संविधान में चुनाव आयोग को एक स्वतंत्र संवैधानिक निकाय का दर्जा दिया गया है, लेकिन उसकी कार्यप्रणाली पर…

मोदी ही नहीं, केजरीवाल के लिए भी एक अवसर है यह कोरोना काल

दिल्ली में विधानसभा चुनाव के पहले से ही धर्मनिरपेक्ष राजनीति से किनारा कर नरम हिंदुत्व की राजनीति का दामन थाम…

भारत की घटनाओं पर वैश्विक प्रतिक्रिया और प्रधानमंत्री की अपील के मायने

भारत में कोरोना महामारी की आड़ में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ जिस तरह सरकारी और गैरसरकारी स्तर पर सुनियोजित नफरत-अभियान…

एक बार फिर प्रधानमंत्री बोले तो बहुत, लेकिन कहा कुछ नहीं

कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश से मुखातिब हुए। पिछले एक महीने के दौरान राष्ट्र के…

क्या इस कोरोना काल में भी भारत दुनिया का सबसे खुशहाल देश है?

कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय के तौर पर लॉक डाउन से पहले 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दौरान…

जिसके हाथ में होगी दीया-बाती, वही देशभक्त कहलाएगा!

कोरोना वायरस संक्रमण की वैश्विक चुनौती के इस दौर में दुनिया के तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्ष अपने-अपने देशों में स्वास्थ्य…

जनता कर्फ्यू बनाम कोरोना महोत्सव

यस्य नास्ति स्वयं प्रज्ञा, शास्त्रं तस्य करोति किं। लोचनाभ्याम् विहिनस्य दर्पण: किं करिष्यति।। अर्थात जिसके पास स्वयं की बुद्धि नहीं…

यह तो हैरान करने वाला रवैया है सुप्रीम कोर्ट का

पिछले कई दिनों से न्यायपालिका की विश्वसनीयता और निष्पक्षता पर सवाल यूं ही नहीं उठ रहे हैं। न्यायपालिका का एक…

ज्योतिरादित्य क्या अपनी दादी का इतिहास दोहरा सकेंगे?

मध्य प्रदेश की राजनीति में इस समय करीब आधी सदी पुराने नाटक का दोबारा मंचन हो रहा है। इस नाटक…

न्यायपालिका के पतन में अब क्या बाकी रह गया?

यह महज एक तस्वीर नहीं है, जिसमें देश के प्रधानमंत्री और कानून मंत्री के साथ सुप्रीम कोर्ट तमाम न्यायाधीश दिखाई…