(जॉक लकान के मनोविश्लेषण के सिद्धांतों पर केंद्रित एक विमर्श की प्रस्तावना) जो भी हो, यहां हमारा विषय दर्शनशास्त्र, समाजशास्त्र…
खुले ब्रह्मांड की बंद पृथ्वी: इकोनॉमिस्ट ने पेश की भारत समेत विश्व की भयावह तस्वीर
अब समय आ गया है जब यहां कोरोना और उसके खतरे के बारे में बहुत साफ ढंग से बात करने…
अथातो चित्त जिज्ञासा: मनस्तात्विक विश्लेषण की एक संक्षिप्त शास्त्रीय पृष्ठभूमि
(जॉक लकान के मनोविश्लेषण के सिद्धांतों पर केंद्रित एक विमर्श की प्रस्तावना) मनस्तात्विक विश्लेषण की एक संक्षिप्त शास्त्रीय पृष्ठभूमि जब…
कोरोना की वैश्विक चुनौती के विचारधारात्मक आयाम
यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के काल में जब मनुष्यता के अस्तित्व पर ख़तरा महसूस किया जाने लगा था, तब…
अथातो चित्त जिज्ञासा: जॉक लकान के मनोविश्लेषण के सिद्धांतों पर केंद्रित एक विमर्श की प्रस्तावना
अभी की एक गहरी चिंता और अवसाद से भरी विमर्श के गतिरोध की चुनौतीपूर्ण वैश्विक परिस्थितियों में नितांत तात्कालिक प्रसंगों…
सार्क देशों में समन्वय के प्रयत्नों की शिक्षा
सार्क के मंच को नष्ट करने का नुक़सान शायद मोदी जी को अब समझ में आ रहा होगा। पर, सार्क…
कोरोना एक नए युग की महामारी है
कोरोना महामारी का असर बताता है कि आज की दुनिया किस कदर आपस में गुंथ चुकी है। तमाम आबादियों के…
माहेश्वरी का मत: आगे भारी दुर्गति के लिए तैयार रहें ज्योतिरादित्य सिंधिया
सिंधिया ने कहा है कि कांग्रेस में रहते हुए जनता की सेवा अब संभव नहीं है । सवाल है कि…
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस: स्त्री मुक्ति की आग-शाहीन बाग !
स्त्री-पुरुष समानता, स्त्री की स्वतंत्रता और स्वच्छंदता, उसका निर्भय हो कर जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ना सभ्यता का…
माहेश्वरी का मत: चीजों को समझने में क्यों नाकाम हो रहे हैं विपक्षी राजनीतिक दल?
आरएसएस और मोदी के इतिहास से परिचित कोई साधारण आदमी भी दिल्ली के दंगों और आगे इनकी और पुनरावृत्तियों का…