Thursday, April 25, 2024

अरुण माहेश्वरी

माहेश्वरी का मत: भारतीय मीडिया की अलग परिघटना हैं रवीश कुमार

रवीश कुमार के भाषणों को सुनना अच्छा लगता है । इसलिये नहीं कि वे विद्वतापूर्ण होते हैं ; सामाजिक-राजनीतिक यथार्थ के चमत्कृत करने वाले नये सुत्रीकरणों की झलक देते हैं । विद्वानों के शोधपूर्ण भाषण तो श्रोता को भाषा के एक अलग...

मोदी-शाह के अवसान के संकेत

महाराष्ट्र में अन्ततः उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ही ली। प्रधानमंत्री की लाख कोशिशों के बाद भी देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री नहीं रह पाए। महाराष्ट्र का यह पूरा घटनाक्रम बीजेपी के लिए महज किसी ऐसे जख्म की तरह...

माहेश्वरी का मत: ‘हमारी सीमा आकाश तक है’

महाराष्ट्र में अजित पवार की जालसाजी, राष्ट्रपति शासन, रातों-रात फडनवीस को मुख्यमंत्री और अजित पवार को उप-मुख्यमंत्री की शपथ दिलाये जाने के बारे में सुप्रीम कोर्ट में जब बहस चल रही थी, तब भारत सरकार के वकील तुषार मेहता अपनी हमेशा की टेक...

माहेश्वरी का मत: इलेक्टोरल बॉन्ड यानि ब्लैक मनी के उत्पादन और खपत का नायाब औज़ार

इलेक्टोरल बॉन्ड के बारे में कोई जितना सोचेगा, वह भारत में तैयार की गई इस रहस्यमय और नायाब चीज से हैरान रह जायेगा। भाजपा के चार्टर्ड अकाउंटेंट छाप अर्थशास्त्रियों के द्वारा तैयार की गई सचमुच यह ऐसी अनोखी चीज...

महाराष्ट्र में भारतीय राजनीति का टूटता गतिरोध

शिव सेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच कई अंतरालों में वार्ताओं के लंबे दौर के बाद अब लगता है, जैसे महाराष्ट्र में सरकार बनाने के रास्ते की बाधाएं कुछ दूर हो गई हैं। कौन मुख्यमंत्री होगा, कौन उप-मुख्यमंत्री और...

महाराष्ट्र में शिवसेना एनसीपी की सरकार: सिद्धांत और व्यवहार की इस अनोखी गुत्थी पर एक नोट

अभी जब हम यह लिख रहे हैं, कांग्रेस कार्यसमिति महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी की सरकार को समर्थन देने, न देने के सवाल पर किसी अंतिम नतीजे पर पहुंचने के लिये मगजपच्ची कर रही है । यह ‘मगजपच्ची’ शब्द ही इस बात का सूचक है...

आधुनिक समाज के विवेक को नहीं, कब्जे की वास्तविकता को सुप्रीम कोर्ट ने दी तरजीह

न्याय, सद्भाव, मानवीय मर्यादा और सभी धार्मिक विश्वासों के प्रति समानता के नाम पर सुनाए गए अयोध्या के फैसले में कहा गया है कि...  1. बाबरी मस्जिद का निर्माण किसी मंदिर को गिरा कर नहीं किया गया है। उसके नीचे मिलने वाले...

न्याय और सत्य की स्वतंत्र भूमिका का इंतज़ार

सुप्रीम कोर्ट का जज दूध पीता बोध-शून्य बच्चा नहीं होता, जिसे अपनी शक्ति का अहसास नहीं होता। राजनीति के बजाय वह अपनी कुर्सी की नैतिकता से भी बंधा होता है। वह सरकार में थोड़े समय के लिए आए नेताओं...

शिवसेना-बीजेपी गठजोड़ के टूटने से महाराष्ट्र में खुल सकता है विपक्षी राजनीति के लिए नया रास्ता

महाराष्ट्र के हाल के विधानसभा चुनाव परिणामों पर हमारी पहली प्रतिक्रिया यह थी कि “महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना की जीत बताती है कि जनता के दुख और ग़ुस्से की आवाज़ को दबाने में मोदी सरकार अब भी सफल है।” लेकिन बहुत जल्द...

माहेश्वरी का मत: संविधान, कोर्ट और विचारधारा

आज ही ‘द वायर’ पर कश्मीर, धारा 370, भारतीय राज्य का संघीय ढांचा और नागरिक के मूलभूत अधिकार के बारे में जाने-माने संविधान विशेषज्ञ हरीश साल्वे के साथ करण थापर की लगभग पचास मिनट की लंबी बातचीत सुन रहा था। हरीश...

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