‘समयांतर’ में अटकी है हिंदी की राजनीतिक और वैचारिक पत्रकारिता की जान: असद जै़दी

हिन्दी के वरिष्ठ कवि, गद्यकार और विचारक असद ज़ैदी ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता में बतौर संपादक पंकज बिष्ट से…

शाहीन बाग से शुरू हुआ पढ़ने-पढ़ाने का भी आंदोलन

शाहीन बाग़ में किताबों का जो एक पौधा रोपा गया था, वो पेड़ की शक़्ल अख़्तियार कर रहा है। उसकी…

शाहीन बाग़ से सुप्रीम कोर्ट को लिखे जा रहे हैं ख़त

शाहीन बाग़ में उम्मीदों और आशंकाओं के बीच झूलते लोग हर तदबीर आज़मा लेना चाहते हैं। उनका सबसे बड़ा आसरा…

वे शाहीन बाग़ के बच्चों को रौशनी के फूल देते हैं

लहूलुहान मंज़र में टूट जाने के बजाय उम्मीद के फ़ूल खिलाने में मुब्तिला रहने वाले लोग कैसे होते होंगे,  यह…

शाहीन बाग़ की कविताएं

प्रतिरोध की प्रेरक जगह बन चुका शाहीन बाग़ हौसले की अद्भुत मिसालें पेश कर रहा है। औरतों के इस धरने…

जामिया का प्रतिरोध: किताब चुनिए, बैठिए, पढ़िए

प्रतिरोध का एक तरीक़ा यह है- किताब `चुनिए,  बैठिए, पढ़िए `। पढ़ने के जरिये प्रतिरोध और प्रतिरोध के लिए पढ़ाई। सुरक्षा बलों ने…

‘मुक्तिबोध के बाद रघुवीर सहाय हिन्दी कविता के सबसे बड़े आइकन’

नई दिल्ली। प्रेस क्लब के सभागार में इतवार शाम को हुए रघुवीर सहाय स्मृति समारोह में मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवि-पत्रकार…

अजय सिंह: प्रतिबद्ध जीवन की आत्मीय कविता

नई दिल्ली। वरिष्ठ वामपंथी बुद्धिजीवी, एक्टिविस्ट, पत्रकार व कवि अजय सिंह के जो चाहने वाले पिछले सप्ताह उनके चिकनगुनिया जैसी…

रोडवेजकर्मियों की कुर्बानी भी नहीं बन सकी चुनावी मुद्दा!

क्या हरियाणा को एक साल पहले हुआ रोडवेज कर्मचारियों का शानदार आंदोलन याद होगा? हरियाणा रोडवेज को निजीकरण से बचाने…