राजनीति की पवित्रता

सिविल सोसाइटी की अहमियत राजनीतिक दलों से ऊपर है। अन्य देशों में इसे प्रेशर ग्रुप के नाम से लोकतंत्र का…

समाजवादियों के पास है सुचारू व्यवस्था

अर्थव्यवस्था के सभी अनुमान ढलान की ओर हैं। वर्तमान सत्ता-पार्टी अफवाहों की विशेषज्ञ है। व्यवस्था संभालना इनको नहीं आता। पशुपालन, खेती, उद्योग, चिकित्सा…

नफरत और घृणा के ध्वजाधारियों के अंत की शुरुआत

नागरिक के दैनिक जीवन की बेहतरी के लिए योजनाओं की रूपरेखा व पढ़ाई-दवाई पर कोई राजनीतिक दल ठोस समयबद्ध कार्य योजना…

चुनावों में रणनीति के मोर्चे पर विपक्ष खा रहा है मात

असम चुनाव परिणाम के बाद धीरे-धीरे परिकल्पनाओं की परतें खुल रही हैं। कांग्रेस का आरोप है कि असम जातीय परिषद…

अभी बात पश्चिमी बंगाल की, उत्तरप्रदेश की बाद में करेंगे

अभी बात पश्चिमी बंगाल की, उत्तर प्रदेश की बाद में करेंगे। वामपंथियों के किले के ध्वस्त होने पर टीले जितना…

मौतों के पीछे लीची नहीं, असल वजह है कुपोषण

बिहार लीची की खेती के लिए मशहूर है। मुजफ्फरपुर की लीची देश विदेश में लोकप्रिय है। गर्मियों में वहां लीची…

रोजगार के मामले में प्रयागराज के बाद मेरठ फिसड्डी

बात चौंकाने वाली है, किन्तु भारत सरकार के राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (National Sample Survey Office) की रिपोर्ट बताती है कि बेरोजगारी…

टोपी का रंग और उसकी राजनीति

‘विधान मंडल पहनावे अथवा भाषाओं को परिभाषित, निर्देशित अथवा  उपहासित करने का सभाकक्ष नहीं है।’ सत्तर के दशक की बात…

राजनीति की धमनियों में है युवा खून की दरकार

यदि कोई बीमार है, पचास तरह की बीमारियां हैं, जुकाम से लेकर सारे शरीर में दर्द, दिल भी खराब, जिगर…

छोटे उद्योगों को अर्थव्यवस्था के आकाश में ऊंचा उड़ने का हौसला देने की जरूरत

गंगा किनारे एक करोड़ दीयों में इतना प्रकाश नहीं कि भटके पथिक को रास्ता दिखा दें परंतु गांव की झोपड़ी…