Author: हिमांशु पांड्या

  • आवाज़ उठाइए, कहीं देर न हो जाए!

    आवाज़ उठाइए, कहीं देर न हो जाए!

    वे ग्यारह हैं। आज से ठीक दो साल पहले इनमें से पाँच को गिरफ्तार किया गया। बाद में छह और गिरफ्तार हुए। इनमें से कोई अपनी भाषा के सबसे बड़े कवियों में से आता है, कोई भारत सरकार की प्रतिष्ठित फेलोशिप प्राप्त अध्येता है, कोई ज़िंदगी भर विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को पढ़ाती रही तो किसी…