हिन्दी में ऐसी बहुत कम फ़िल्में बनती हैं जिन्हें देखते हुए उसी सर्जनात्मकता और सौन्दर्य-बोध का एहसास होता है जो…
फिल्म ‘गुठली-लड्डू’ के बहाने बच्चों से संवाद
अभी कुछ दिनों पहले जयपुर जाना हुआ। वहां मेरे मित्र प्रोफेसर राम अवतार गुप्ता के घर भी गया था। वे…
शिक्षा संस्थानों का भ्रष्टीकरण और पाठ्यक्रमों का सांप्रदायीकरण
आज जब मैं मुड़कर पांच दशक पहले के समय पर दृष्टि डालता हूं तो इस बात को पहचानने में कोई…
जयंती पर विशेष: गांधी नहीं देखते थे सिनेमा, लेकिन उनके विचारों से फिल्में थीं प्रभावित
महात्मा गांधी जिनका आज जन्मदिन है, उन्हें अपने पूरे जीवन में कभी फ़िल्में देखने का अवसर नहीं मिला। शायद एक…
वहीदा रहमान को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार
हिंदी के लोकप्रिय अभिनेता देवानंद (1923-2011) जिनकी जन्म शताब्दी इस वर्ष पूरे देश में मानयी जा रही है और जिनका…
‘जवान’: मसाला फ़िल्म में हमारे समय का यथार्थ
‘जवान’ शाहरुख खान के नायकत्व वाली फ़िल्म है जो इसी सप्ताह प्रदर्शित हुई है। इस फ़िल्म की निर्माता है उनकी…
स्वतंत्रता दिवस विशेष-2: खतरे में है आज़ादी, लोकतंत्र और संविधान?
इतिहास की इस सांप्रदायिक व्याख्या को उन हिंदुओं और मुसलमानों ने स्वीकार कर लिया जिनका दृष्टिकोण सांप्रदायिक था और जो…
ऑपेनहाइमर: एटम बम और मौजूदा दौर में विज्ञान की भूमिका
78 साल पहले आज ही के दिन 6 अगस्त 1945 को अमेरिका ने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जापान के शहर…
गुजरात के मुख्यमंत्री की प्रेम विवाह रोकने के लिए कानून बानने की घोषणा के मायने
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने यह घोषणा की है कि उनकी सरकार जल्दी ही ऐसा कानून लाने की इच्छुक…
मणिपुर 2002 का गुजरात: जिन्हें नाज़ है हिंद पर वो कहां है?
दो कुकी आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर सार्वजनिक रूप से अपमानित करने और उसके बाद युवा स्त्री को सामूहिक बलात्कार…