हरिद्वार में संपन्न हुई तथाकथित धर्म संसद में जिस तरह से नरसंहार की बातें की गईँ, उससे एक बार फिर कई मिथ ध्वस्त हो गए हैं। वर्षों से और सुनियोजित तरीक़ों से ये मिथ गढ़े गए थे और इनके...
चौबीस जून को जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ हुई बातचीत से अगर सबसे ज़्यादा कोई खुश होगा तो वह हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। उन्हें वह सब कुछ मिल गया जो वे चाहते रहे होंगे। उन्हें एक ऐसा मेगा इवेंट मिल गया...
बात पुरानी हो चुकी है, मगर अभी भी प्रासंगिक है और इस पर चर्चा करना बहुत ज़रूरी है। ज़रूरी इसलिए है कि बहुत से लोग या तो खुशफ़हमी में हैं या फिर वे जान-बूझकर यथास्थिति को बरक़रार रखना चाहते...