स्मृति विशेष : सामाजिक न्याय और संविधान को बचाने लिए आजीवन लड़ते रहे चौथीराम यादव
हिंदी साहित्य जगत के वरिष्ठ मार्क्सवादी विचारक, आलोचक और अंबेडकरी विचारधारा के समर्थक प्रोफेसर चौथीराम यादव का 12 मई 2024 को शाम 7:10 बजे निधन [more…]
हिंदी साहित्य जगत के वरिष्ठ मार्क्सवादी विचारक, आलोचक और अंबेडकरी विचारधारा के समर्थक प्रोफेसर चौथीराम यादव का 12 मई 2024 को शाम 7:10 बजे निधन [more…]
कहते हैं कि दुनिया में कहीं स्वर्ग या जन्नत है तो वह है – कश्मीर। पर दुर्योग से कश्मीर के वास्तविक जीवन पर पर चचा ग़ालिब का [more…]
दिल्ली में सफाई कर्मचारी बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं क्योंकि सरकारी क्षेत्र उन्हें ठीक से एकीकृत करने में असमर्थ है। हाल ही में कॉन्स्टिट्यूशन [more…]
शोभा सिंह का कहानी संग्रह, ‘चाकू समय में हथेलियां’, विविध समाजिक मुद्दों पर केंद्रित है, जैसे पितृसत्ता, ब्राह्मणवाद, सांप्रदायिकता और स्त्री संघर्ष। भारतीय समाज के विभिन्न तबकों से उठाए गए पात्र महिला अस्तित्व और स्वाभिमान की कहानियां बयान करते हैं। इस संग्रह में अन्याय और संघर्ष को दर्शाने वाली चौदह कहानियां सम्मिलित हैं।
”सरकार किसानों को MSP पर कानून की गारंटी नहीं दे रही। किसानों का कर्ज़ माफ़ नहीं कर रही जबकि पूंजीपतियों के करोड़ों माफ़ कर देती है।” मॉर्निंग [more…]