जो लोग न्याय और बराबरी के आदर्शों में यकीन रखते हैं उनके लिए अल्पसंख्यकों, विशेषकर मुसलमानों, की माली हालत गंभीर…
क्या भारत को केवल हिन्दू संभाले हुए हैं ?
दि इंडियन एक्सप्रेस (मुंबई संस्करण) के 17 फरवरी 2025 के अंक में “हिंदू समुदाय देश का ज़िम्मेदार तबका” शीर्षक से…
रैदास : मध्यकालीन सामंती दमन और धार्मिक पाखंड के विरुद्ध सबसे मजबूत आवाज
भारत में संत परंपरा की बहुत समृद्ध परंपरा है। मध्यकालीन संत हिंदू और इस्लामी दोनों परंपराओं से आए थे। इन…
पुरातत्वविदों का दावा-‘लौह युग सबसे पहले तमिलनाडु में शुरू हुआ था’
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टॉलिन ने पूर्व-आधुनिक इतिहास पर नए शोध के आधार पर कहा है कि पुरातत्वविदों के अनुसार…
स्वाधीनता संग्राम में बापू के योगदान की अनदेखी करने की कवायद
एरिक हॉब्सबॉम का प्रसिद्ध कथन है कि (सांप्रदायिक) राष्ट्रवाद के लिए इतिहास उतना ही महत्वपूर्ण है जितनी अफ़ीमची के लिए…
उम्मीद और मायूसी : भारतीय गणतंत्र के 75 साल
छब्बीस जनवरी 1950 का दिन हमारे देश की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इसने हमें आजादी, बराबरी,…
मोहन भागवत और कंगना रनौत की नजर में भारत कब स्वाधीन हुआ?
सांसद और बॉलीवुड कलाकार कंगना रनौत ने भारत की स्वतंत्रता के संबंध में अपनी समझ को पहली बार तब जाहिर…
क्या नारायण गुरु सनातन धर्म का भाग हैं?
हाल (31 दिसंबर 2024) में शिवगिरी तीर्थयात्रा के सिलसिले में आयोजित एक सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए केरल के मुख्यमंत्री…
क्या बाबासाहेब की विचारधारा हिंदू राष्ट्रवादी राजनीति से मेल खाती है ?
जहां एक ओर अमित शाह द्वारा लोकसभा में किए गए बाबासाहेब के घोर अपमान की सारे देश में तीव्र निंदा…
नफरत की इंतिहा: कहां गईं शीर्ष नेताओं की नसीहतें
अपने गठन के बाद से ही आरएसएस ऐसी अनेक संस्थाओं का निर्माण करता आया है जो हिंदुत्व या हिन्दू राष्ट्रवाद…