फैज़ साहब ने लिखा है
यूं ही हमेशा उलझती रही है ज़ुल्म से ख़ल्क़
न उनकी रस्म नई है, न अपनी रीत नई
यूं ही हमेशा खिलाए हैं हमने आग में फूल
न उनकी हार नई है, न अपनी जीत नई।
वर्तमान में इसी जुल्म...
किसी भी देश का बजट आने वाले साल के सरकारी आमदनी और खर्चे का एक आकलन होता है और सरकारी मंशाओं का एक ब्यौरा। दिमागी गुलाम या मूर्खों की बात छोड़ दी जाये तो समाज का हर तबका स्वाभाविक...
दुनिया में धन्ना सेठों के हितों से बंधी सरकारों का एक जैसा चलन होता है। वो मेहनती लोगों के लिए दी जाने वाली जरूरी सुविधाओं में लगातार कटौती करती हैं और विकास को आगे बढ़ाने के नाम पर धनपतियों को किस्म-किस्म...
दो करोड़ बीस लाख की आबादी वाला भारत का पड़ोसी देश, श्रीलंका, वित्तीय और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। प्रदर्शनकारी जनता सरकारी निकम्मेपन के विरोध में सड़कों पर हैं और सरकार के मंत्री सामूहिक इस्तीफ़े दे रहे हैं।
1948...
सरकार ने 14 खरीफ फसलों (तिलहन, दलहन, गल्ला और कपास) के लिए इस साल के समर्थन मूल्य की घोषणा कर दी है। सरकारी दावे की कहें तो 2022-23 के लिए खरीफ फसलों की एमएसपी में बढ़ोत्तरी, अखिल भारतीय औसत...
महंगाई का भूत लगता है अब मोदी सरकार को डराने लगा है। श्रीलंका में जारी आर्थिक बर्बादी जनित उथल-पुथल मोदी सरकार को भयावह सपने दे रही है। नेपाल जैसा विदेशी मुद्रा का संकट आने वाले समय में यहाँ भी...
अगले साल राज्य में होने वाले चुनावों के मद्देनज़र ही सही, राजस्थान सरकार ने इस बजट में जनवरी 2004 से नियुक्त सरकारी कर्मचारियों के लिए नयी पेंशन योजना की जगह पुरानी पेंशन देने की घोषणा की है। जब से...
दुनिया के दस मशहूर चित्रों में से एक, पाब्लो पिकासो का चित्र ‘गुवेर्निका’ है। 1937 में युद्ध की विभीषिका का चित्रण करता यह चित्र अपनी युद्ध विरोधी प्रतीकात्मकता के लिए अपने बनने के समय से ही चर्चित है। मूल...
प्रधानमंत्री मोदी जी के वाइब्रेंट गुजरात की एक कंपनी देश के आज तक के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले की जिम्मेवार है। विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ते हुए इस कंपनी पर 23000 करोड़ रुपये के घोटाले...
यह अटपटा लग सकता है कि आज के हत्यारे दौर में, जब देश में करोड़ों लोगों को रोटी के लाले पड़े हैं, रोज़गार बाज़ार में उपलब्ध नहीं हैं, नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं, युवा दंपति बच्चों को फांसी लगा...