जन्मदिन पर विशेष: कांशीराम ने दिया बहुजन राजनीति को आसमानी फलक
कांशीराम (15 मार्च, 1934 से 9 अक्तूबर 2006) संघर्षों के माध्यम से सामाजिक संगठन खड़ा करने की जीती जागती मिसाल हैं। भारतीय इतिहास में उनका [more…]
कांशीराम (15 मार्च, 1934 से 9 अक्तूबर 2006) संघर्षों के माध्यम से सामाजिक संगठन खड़ा करने की जीती जागती मिसाल हैं। भारतीय इतिहास में उनका [more…]
1989 के लोकसभा चुनाव के घोषणापत्र में जनता दल ने पिछड़े वर्ग को आरक्षण देने का वादा किया था। सत्ता में आने के बाद विश्वनाथ [more…]
हिंदी के लोकप्रिय और वैश्विक रूप से चर्चित कवि उदय प्रकाश का वाणी प्रकाशन से प्रकाशित कविता संग्रह ‘अंबर में अबाबील’ चर्चा में है। उदय [more…]
विश्व के किसी भी असमानता वाले देश में स्वघोषित आरक्षण होता है। ऐसे समाजों में कुछ तबके ऐसे होते हैं जो उस स्वघोषित आरक्षण का [more…]
विकृत आपराधिक घटनाओं के कई रूप हैं, उन्हीं में से एक भयावह रूप है एसिड अटैक। एसिड से जिस किसी पर हमला होता है, उसकी [more…]
जिस धज से कोई मक़्तल में गया वो शान सलामत रहती है ये जान तो आनी- जानी है, इस जाँ की तो कोई बात नहीं । फैज अहमद फैज की इन पंक्तियों से जिंदगी और संघर्षों का हौसला लेने वाले लालू प्रसाद इस समय जेल में [more…]